उत्तराखंड ब्रेकिंग:उत्तराखंड के इन गांवों में भाजपा नेताओं के आने पर लगा प्रतिबंध

भारत मे अन्नदाताओं के आंदोलन का इतना गहरा प्रभाव पड़ेगा कि एक गांव में भाजपा नेताओं के आने पर ही प्रतिबंध लगा दिया जाएगा ये भाजपा के किसी नेता नही सोचा होगा। महीनों से किसान नए कृषि कानून के विरोध में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है किसानों के इस आंदोलन में भारतवर्ष के तमाम किसान शामिल होने लगे और सरकार के खिलाफ खड़े हो गए ,उत्तराखंड में भी इस आंदोलन का व्यापक असर दिखाई दे रहा है खासकर उधमसिंह नगर में किसानों के अंदर सरकार के प्रति इतना रोष व्याप्त हो गया कि जिले के जसपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत मनोरथपुर के ग्राम मलपुरी के लोगों ने कृषि कानूनों के विरोध के चलते बीजेपी नेताओं, कार्यकर्ताओं को किसान विरोधी बताकर गांव में उनकी एंट्री पर ही रोक लगा दी है,इसको लेकर गांव के लोगों ने बकायदा बैनर भी टांग दिया है।



किसान आंदोलन को लेकर अब तक बीजेपी नेताओं का कार्यक्रमों में विरोध किया जा रहा था,अब किसान बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के गांव में घुसने पर भी प्रतिबंध लगा रहे है, मलपुरी के ग्रामीणों ने इसके लिए अपने गांव के बाहर एक बोर्ड  लगाया है,बोर्ड पर लिखा है कि "बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं का इस गांव में आना सख्त मना है,ग्रामीणों का कहना है कि अगर नेता या कार्यकर्ता गांव में आते हैं तो अपनी सुरक्षा के जिम्मेदार वे खुद होंगे,इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने पंचायत भी की,उसमें कहा गया कि केंद्र में बीजेपी की सरकार है और फिर भी किसान संगठनों की मांग पर केंद्र सरकार किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस नहीं कर रही है, गांव के पूर्व प्रधान सरदार सूबा सिंह ने स्थानीय मीडिया से कहा कि, ‘अब तक 70 से ज्यादा किसान अपनी शहादत दे चुके हैं, इससे ग्रामीणों में बीजेपी और उसके नेताओं को लेकर आक्रोश है.’ वही गांव के एक किसान ने भी मीडिया से कहा कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होते तब तक बीजेपी से हमारी नाराजगी रहेगी।