99.99 % तक कोरोना वायरस स्ट्रेन को कर सकता है खत्म मॉलिक्यूल एयर प्यूरीफायर

नई दिल्ली। कोरोना आपदा के समय राष्ट्र को समर्पित एनजीओ हेल्पिंग केयर वेलफेयर फाउंडेशन को अमेरिका की भारतीय बेस कंपनी मॉलिक्यूल एयर प्यूरीफायर (यूएसए) द्वारा सी एस आर फंड से निशुल्क प्रदान किये गए एयर प्यूरीफायर को देश के विभिन्न कोविड केयर सेंटरों में स्थापित किया जायेगा। इसी कड़ी में 40 मॉलिक्यूल एयर प्यूरीफायर (यूएसए)  की पहली खेप हेल्पिंग केयर फाउंडेशन के कार्यालय पंजाबीबाग में पहुंची।


इस आशय की जानकारी देते हुए हेल्पिंग केयर वेलफेयर फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष लोकेश मुंजाल ने बताया कि हमको यह सभी  मॉलिक्यूल एयर प्यूरीफायर (यूएसए) की भारतीय द्वारा स्थापित कंपनी ने प्रदान किये हैं जिनको हम पेन इंडिया प्रोगाम के तहत आज  विभिन्न राज्यों से आये कोविड केयर सेंटरों के प्रतिनिधियों को निशुल्क प्रदान कर रहे हैं। इसके बाद यह सभी मॉलिक्यूल एयर प्यूरीफायर (यूएसए)  राज्यों के गांवों और शहरों में बने कोविड केयर सेंटरों में स्थापित किये जायेंगे इसके लिए कंपनी द्वारा निशुल्क सभी टेक्निकल स्पोर्ट भी दी जाएगी। उन्होंने बताया की अभी100 से अधिक और आने हैं जिनकी मांग के अनुसार सूची भी बना दी गयी है जो आने वाले कुछ दिनों में उपलब्ध करा दिए जायेंगे।


लोकेश मुंजाल ने बताया कि इन मॉलिक्यूल यूएसए के भारत के कंट्री मैनेजर करण खेमका,सॉफ्टवेयर मैनेजर सर्वजीत यादव ने इन्हें निशुल्क उपलब्ध कराने में मदद की है। इस कार्य को सुचारु रूप से संचालित करने में दीपक सांगवान का विशेष सहयोग रहा है।  विदेशी कंपनी होने के बावजूद यह संदेश दिया है कि कंपनी के संस्थापक भी भारतीय हैं और इस मौके पर कोविड-19 से लड़ने के लिए वह भारत के साथ खड़े हैं। यह पहली खेप है और जरूरत अनुसार वह और एयर प्यूरीफायर उपलब्ध कराएंगे। गौरतलब है कि मॉलिक्यूल को टेक्नोलॉजी का पेको एयरबोर्न पोल्यूटेंट्स के लिए बनाया गया है जिसमें वायरस, बैक्टीरिया,मोल्ड या एयरबोर्न केमिकल खत्म हो जाते हैं। यूएसए में यूनिवर्सिटी आफ मिनेसोटा में 2020 में हुई स्टडी के दौरान यह साबित हो गया है कि इनके जरिए 99 पॉइंट 99 फीसदी तक कोरोना केस स्ट्रेन (प्रोसीन व बोवीन) को खत्म करने की क्षमता है। यह है एयरबोर्न केमिकल को 95 फीसदी तक अब करने की क्षमता रखता है।