अगर ग्रामीणों को नहीं मिला रास्ता तो दूर-दूर से जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क घूमने वाले पर्यटक नहीं कर पाएंगे जंगल सफारी

कॉर्बेट नेशनल पार्क की बिजरानी जोन के आमड्डण्डा खत्ते में रहने वाले ग्रामीणों का रास्ता वन-विभाग द्वारा रोके जाने पर ग्रामीणों ने सैलानियों के रास्ता रोकने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने अपने इस निर्णय से कॉर्बेट पार्क निदेशक को अवगत करा दिया है। जानकारी के अनुसार कॉर्बेट नेशनल पार्क की बिजरानी जोन क्षेत्र के आमडंडा खत्ता इलाके में बरसों से बसे ग्रामीणों की आवाजाही पर वन-विभाग ने एका एक रोक लगा दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव तक पहुंचने वाले तीन रास्तों में से वन विभाग किसी एक का भी वाहन से प्रयोग नहीं करने दे रहा है। जबकि इस रास्ते पर उनकी पैदल आवाजाही वन्यजीवों के मददेनजर खतरे से खाली नहीं है।


कॉर्बेट पार्क निदेशक राहुल कुमार से मुलाकात के दौरान ग्रामीणों ने रास्ते की आवाजाही बहाल करने की मांग करते हुए कहा कि वह लोग सन 1925 से भी पूर्व से इस जगह बसे हैं तथा 1978 में वन विभाग से उन्हें इस बाबत पट्टा भी प्राप्त हुआ है।


ऐसे में खत्तावासियों का अचानक कार्बेट पार्क निदेशक द्वारा आने जाने का मार्ग बंद किये जाना न्यायसंगत नहीं है। कार्बेट पार्क निदेशक को इस बाबत एक ज्ञापन दे कर रास्ता नहीं खोले जाने की स्थिति में ग्रामीणों ने कॉर्बेट नेशनल पार्क के बिजरानी पर्यटन गेट पर 15 नबम्बर को तालाबंदी कर पर्यटकों की राह रोकने की चेतावनी दी है।