अजब गजब चुनाव:अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में 42 वर्षीय एस्ट्रोनॉट केट रुबिन्स ने हज़ारों किमी दूर स्पेस स्टेशन से डाला अपनी कीमती वोट

अमेरिका के चुनाव पर पूरी दुनिया की नज़र है इस बार अमेरिका में चुनाव ऐतिहासिक साबित होने वाले हैं दूर दराज से लोग जहां पत्र के माध्यम से वोटिंग कर रहे है तो वही इस बार अमेरिका की एक एस्ट्रोनॉट ने हजारों किमी दूर अंतरिक्ष से अपना कीमती वोट डालकर नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया।केट रुबिन्स नाम की ये अंतरिक्ष यात्री अभी एक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में है नेशनल एयरनॉटिक्स स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा के साथ केट ने बातचीत के दौरान बताया कि कैसे उन्होंने अपना वोट धरती से दूर बैठे दिया।




42  साल की केट ने बताया कि जब कोई अमेरिकी देश से बाहर होता है तब जिस प्रक्रिया से वो वोट डालता है ठीक वैसे ही उन्होंने भी वोट डाला।उन्होंने कहा कि ये तरीका शुरू है था जब उन्होंने फेडरल पोस्टकार्ड एप्लीकेशन को भरा था ये एप्लीकेशन भी काफी हद तक उसी तरह होती है जिसमे आर्मी के लोग बाहर देश मे होने पर वोट डालते है वैसे देखा जाए तो केट किसी बाहरी मुल्क में तो है ही नही बल्कि वो धरती पर ही नही है हज़ारों किमी दूर अंतरिक्ष मे मौजूद है लेकिन एस्ट्रोनॉट अपनी ट्रेनिंग के लिए हॉस्टन आते है इसीलिए ज़्यादातर अंतरिक्ष यात्री टेक्सास के नागरिक के तौर पर ही वोट डालते है अगर कोई एस्ट्रोनॉट  अंतरिक्ष से अपने होम टाउन के नागरिक के तौर पर वोट डालना चाहे तो उनके लिए खास इंतज़ाम किये जाते हैं एफपीसीए अप्रूव होने के बाद एस्ट्रोनॉट वोटिंग के लिए तैयार हो जाते है अंतरिक्ष यात्रियों के होम टाउन में मौजूद काउंटी क्लर्क नासा के हॉस्टन में मौजूद जॉनसन स्पेस सेंटर कंप्यूटर की मदद से टेस्ट करते है और पता लगाते हैं कि बैलेट पेपर भरा गया है या नही इसके बाद कन्फर्म किया जाता है और इसे काउंटी क्लर्क के पास भेज दिया जाता है टेस्ट प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक सिक्योर इलेक्ट्रॉनिक बैलेट क्लर्क ऑफिस के द्वारा ईजाद किया जाता है जिसके बाद एस्ट्रोनॉट वोट डालते है और ईमेल के ज़रिए काउंटी क्लर्क द्वारा आधिकारिक तौर पर इसे रिकॉर्ड कर लिया जाता है इसका सिर्फ एक ही पासवर्ड होता है ताकि सिर्फ आधिकारिक व्यक्ति ही बैलेट पेपर को खोल सके और वोट काउंट कर एस्ट्रोनॉट के लिए समय भी अत्यंत आवश्यक है वोट डालने के लिए उन्हें चुनाव की शाम 7 बजे तक वोट डालना होता है ऐसा न होने पर उनका वोट काउंट नही होगा।



गौरतलब है कि 23 वर्षों से अंतरिक्ष से वोट डालने की ये सुविधा अमेरिका के पास है जो नासा दे रहा है नासा के डेविड वुल्फ पहले एस्ट्रोनॉट थे जिन्होंने रूस के स्पेस स्टेशन मीर से अपना वोट डाला था। और केट का ये दूसरा वोट है जो उन्होंने स्पेस से डाला है इससे पहले उन्होंने 2016 में भी स्पेस से ही वोट किया था जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने थे।