आखिर कौन अफसर बचा रहा है महाराज को

कोरोना ग्रसित कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। ये एक बड़ा खुलासा है जो सूत्रों के हवाले से हो रहा है। तमाम सोशल मीडिया में ये खबर तेजी से फैल रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सतपाल महाराज अपनी पत्नी अमृता रावत के साथ 24 और 25 मई को दिल्ली से देहरादून लौटे थे। इस दौरान देहरादून के आशारोड़ी चेकपोस्ट पर सतपाल महाराज को स्क्रीनिंग के लिए रोका भी गया था, लेकिन उत्तराखंड पुलिस के बड़े अधिकारी के निर्देश पर उन्हें जाने दिया गया। साथ ही मंत्री सतपाल महाराज और और उनकी पत्नी अमृता रावत अपने बेटे और बहू जो कि दुबई से वापस आये थे उनको लेने दिल्ली गए थे, और उनके देहरादून से दिल्ली जाने के लिए पास उनके ड्राइवर और गनर के नाम से बनाया गया था। केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक कोई शख्स रेड जोन से किसी दूसरे जोन में जाता है तो उसे होम क्वारंटाइन होना पड़ता है, जबकि सतपाल महाराज ने खुद को होम क्वारंटाइन नहीं किया था। अब आखिर सवाल यह उठता है कि शासन का कौन सा अफसर है जो महाराज की मदद कर रहा है। अखिर प्रशासन क्यों महाराज की ट्रैवल हिस्ट्री छुपा रहा है।