आपदा मित्रो ने दिल्ली से एसडीआरएफ की टीम के सामने अपनी तैयारियों का दिया डेमो

हरिद्वार जिला प्रशासन की आपदा को लेकर की गई तैयारियों को परखने के लिए दिल्ली से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम हरिद्वार पहुंची। हरिद्वार में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा तैयार किये गए 200 आपदा मित्रो ने इस टीम के   सामने अपनी तैयारियों का डेमो दिया। आपदा मित्रों ने दिखाया कि आपदा के समय वो किस तरफ से गंगा में डूबते हुए लोगो की जान बचाते है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जॉइंट सेकेट्री रमेश कुमार ने हरिद्वार में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा की गई तैयारियों की सराहन की और समय-समय पर इस तरह के अभ्यास जारी रखने की सलाह भी दी।


जॉइंट सेकेट्री राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण राकेश कुमार का कहना है कि एसडीआरएफ एक रिस्पांस फोर्स है। जब भी आपदा आती है यह एनडीआरएफ के साथ भी मिलकर कार्य करती है। किसी के साथ आपदा मित्रों को भी पूरी तरह से तैयार करने की जरूरत है। हम इनकी तैयारी को देखकर काफी खुश हैं। हर कार्य में सुधार की जरूरत होती है क्योंकि आपदा का तरीका हमेशा चेंज होता रहता है। इसलिए इनको पूरी तरह से तैयार रहने की जरूरत है। आपदा मित्र सबसे पहले मौके पर पहुंच जाते हैं और पूरी जिम्मेदारी से कार्य करते हैं। हमारे द्वारा साडे तीन सौ डिस्टिक में एक लाख आपदा मित्र तैयार करने हैं।


हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है  कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम ने पूरे देश में 25 जिलों को चुना है, जिसमे हरिद्वार भी शामिल है। हरिद्वार के 200 आपदा मित्रो को एसडीआरएफ और जल पुलिस ने विशेष ट्रेनिंग दी है, जिनका प्रदर्शन बेहतर रहा। हरिद्वार में आपदा की घटनाएं होती है, उसमें आपदा मित्रों का काफी सहयोग मिलता है। इनको एसडीआरएफ के माध्यम से ट्रेनिंग प्राप्त हुई है। हमारे लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और आपदा मित्र हमारे लिए एक मजबूत प्रणाली है। इनके द्वारा कई लोगों की जान भी बचाई गई है। इनको और भी तैयारी कराई जाएगी।

 

वहीं एसएसपी सेंथिल अबूदाई कृष्णराज एस का कहना है कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम के सामने आपदा मित्र जल पुलिस एसडीआरएफ की टीम ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन का डेमो करके दिखाया है। टीम द्वारा इनकी सराहना की गई है। हरिद्वार मेले का क्षेत्र है। भारी संख्या में यहां श्रद्धालु आते हैं। इस तरह की ट्रेनिंग से इनका मनोबल भी बढ़ता है। पहले भी इनके द्वारा काफी अच्छा कार्य किया गया है और कई लोगों को गंगा में डूबने से बचाया गया है। 


आपदा मित्र हमेशा ही लोगों की जान को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इनको एसडीआरएफ की टीम द्वारा पूरी ट्रेनिंग भी दी जाती है। अब पूरे देश में साडे तीन सौ डिस्टिक में एक लाख आपदा मित्र बनाने की योजनाएं बनाई जा रही है जिससे आपदा के दौरान जल्द मौके पर पहुंचकर लोगों की जान बचाई जा सके।