उत्तराखंड ब्रेकिंग: तीन तलाक की लड़ाई लड़ने वाली उत्तराखंड की शायरा बानों समेत तीन महिलाओं को मिला राज्य मंत्री का दर्जा महिला आयोग में भी दिया उपाध्यक्ष का पद

उत्तराखंड की त्रिवेंद्र रावत सरकार ने शारदीय नवरात्र में राज्य महिला आयोग में तीन महिलाओं को अहम दायित्वों से नवाजा है और राज्य मंत्री होने का दर्जा भी दिया है। नवरात्रो में इन महिलाओं को राज्य मंत्री बनाने के पीछे सरकार की महिला सशक्तिकरण की सोच साफ झलक रही है। उधमसिंह नगर के काशीपुर की शायरा बानो को राज्य महिला आयोग में उपाध्यक्ष का पद दिया गया है तो रानीखेत की ज्योति शाह को द्वितीय उपाध्यक्ष और चमोली जिले की पुष्पा पासवान को तृतीय उपाध्यक्ष के पद से नवाजा गया है। इन तीनो महिलाओं में सबसे ज़्यादा चर्चित चेहरा शायरा बानो का है। ये वही शायरा बानो है जिनकी बदौलत ही मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को तीन तलाक से छुटकारा मिलने की पहल की गई थी।


जी हाँ शायरा बानो एक नई क्रांति का पर्याय बन लाखो मुस्लिम महिलाओं की प्रेरणा बनी, फरवरी 2016 में शायरा बानो पहली ऐसी महिला बनीं थी जिन्होंने तीन तलाक, बहुविवाह और निकाह हलाला पर बैन लगाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, तलाक और हलाला जैसी कुरीति के तहत मुस्लिम महिलाओं को अपने पहले पति के साथ रहने के लिए दूसरे शख्स से दोबारा शादी करनी होती है, बरसों पुरानी इस प्रथा के खिलाफ शायरा बानो ने ऐतिहासिक कदम उठाया था क्योंकि उनके पति ने स्पीड पोस्ट के ज़रिए उन्हें तलाक दिया। इसके बाद ही शायरा बानो पूरे भारत मे प्रसिद्ध हो गयी थीं। उन्हें कई बड़ी राजनैतिक पार्टियों से जुड़ने का प्रस्ताव भी मिला लेकिन उन्होंने अंत मे बीजेपी को चुना और उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष बंशीधर भगत ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई थी।