उत्तराखंड शिक्षा विडम्बना:ऑनलाइन पढ़ाई ,ऑफ लाइन एग्जाम पूरी फीस और बच्चा फेल पर शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान

उत्तराखंड 11 मई 2021:उत्तराखंड में 10वीं की परीक्षा रद्द हो चुकी है और 12 वीं की परीक्षा अभी स्थगित की गयी है संभावना जताई जा रही है कि 10वीं की तरह 12वीं की परीक्षा भी रद्द हो सकती है जिससे किसी भी विद्यार्थी का वर्तमान शैक्षिक वर्ष बर्बाद न हो जानकारी के अनुसार शिक्षा के अधिकार( Right To Education ) के तहत कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चों को पास करने का नियम लागू है अगर कोई बच्चा कमजोर निकाल जाता है तो स्कूल प्रबंधन उसे 2 अतिरिक्त माह देकर परीक्षा पास करने के लायक बना देता है बरहाल 8वीं तक के बच्चे को अनुत्तीर्ण नहीं किया जा सकता अगर कोई विशेष परिस्थिति लागू न हो तो । अब केवल दो ही कक्षा बचती है 9वीं और 11वीं, इन कक्षाओं में बोर्ड की परीक्षाएँ नहीं होती लिहाजा स्कूलों के पास करने और फेल करने का अधिकार सुरक्षित रहता है ।

पढ़ाई ऑनलाइन एग्जाम ऑफलाइन फीस पूरी और बच्चा फेल  

24 मार्च 2020 से अभी तक कोरोनाकाल ही चल रहा है जिसमें काफी समय कोरोना कर्फ़्यू में गुजरा है ऐसे में उत्तराखंड राज्य के तमाम स्कूल बंद रहे और स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था कर डाली जो किसी इंटरनेट युक्त मोबाइल या फिर कम्प्युटर की मदद से ही संभव थी जो वास्तविक परेशानी अभिभावकों को हुई उसमें कई परिवार ऐसे है जिनके पास घर में कम्प्युटर तक नहीं है और कई गावों में सही से इंटरनेट तक नहीं चल पाता आवाज़ इंडिया के सर्वे पर पता लगा कि एक परिवार से 1 या 1 से अधिक बच्चे स्कूल जाते है और घर पर ज्यादा से ज्यादा 1 या 2 ही इंटरनेट मोबाइल उपलब्ध होते है ऐसे में कई बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पाये और स्कूलों ने इसका फायदा उठाते हुए फीस तो पूरी वसूल ली और स्वयं को सही साबित करने के लिए  ऑफ लाइन परीक्षा स्कूलों में करवा दी जिससे वो बच्चे फेल हो गए जो किन्ही कारणों के चलते ऑन लाइन पढ़ाई नहीं कर पाये अब कोरोना हो या इंटरनेट मोबाइल फोन की अनउपलब्धता इसमें बच्चे को तो दोष नहीं दिया जा सकता लेकिन निजी स्कूलों ने इसी बात की आड़ लेकर बच्चे से पूरे वर्ष की फीस भी वसूल ली और बच्चे का वर्ष भी खराब कर दिया ।

शिक्षा मंत्री बोले अन्याय नहीं होगा किसी भी बच्चे का वर्ष खराब नहीं होगा

आवाज़ इंडिया ने उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से जब इस मुद्दे पर बात की तो अरविंद पांडे ने कहा करोना काल के दौरान हम किसी भी बच्चे का शैक्षिक वर्ष खराब नहीं कर सकते इसलिए किसी भी कक्षा के बच्चे को फेल नहीं किया जा सकता अगर ऐसा हो रहा है तो वो इस पर कार्यवाही करेंगे और बच्चों का शैक्षिक वर्ष किसी भी कीमत पर खराब नहीं होने देंगे चाहे वो बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों की बात हो या गृह परीक्षा के विद्यार्थियों की शिक्षा मंत्री ने कहा कि वो जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी करेंगे ।    

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने 18 अप्रैल को 12 वीं और 10 वीं परीक्षा के संदर्भ में ट्वीट कर लिखा था

18 अप्रैल 2021 को अरविंद पांडे ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा था कि "उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त किया जा रहा है और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लिया जा रहा है। इन परीक्षाओं को कराने का फ़ैसला अब एक जून के बाद लिया जाएगा"।

अरविंद पांडे ने फेसबुक पर ये भी लिखा कि "मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में कोरोना महामारी के दृष्टिगत परीक्षार्थियों की सुरक्षा और बचाव के लिए उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है तथा कक्षा 12वीं की परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया है। उक्त संदर्भ में सभी प्रदेशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी के नेतृत्व में आगे भी विद्यार्थियों के स्वास्थ्य एवं उज्जवल भविष्य के दृष्टिगत ही निर्णय लिए जाएंगे,कोरोना वायरस से सुरक्षा और बचाव के लिए केंद्र व राज्य सरकार के दिशा निर्देशों का अनुपालन पूरी इमानदारी से सुनिश्चित करें"।