उधम सिंह नगर में 2 दिन बाद लागू हुआ सी एम का सम्पूर्ण आदेश ।

जैसा कि सभी जानते है देश में कोरोना महामारी के चलते प्रधानमंत्री मोदी ने 21 दिनों तक लॉक डाउन की घोषणा की है और सभी प्रदेशों को इससे संबन्धित आवश्यक निर्देश दिये जा चुके है जिसका पालन देश की सभी राज्य सरकारें बखूबी से कर रही है , उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत भी सख्ती के साथ सभी निर्देशों का पालन राज्य के सभी जिलों में करवा रहे है और आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कुछ सहूलियत भी प्रदान कर रहे है ।

आज से दो दिन पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने एक आदेश जारी किया था जिसका अनुपालन करवाने की ज़िम्मेदारी राज्य के प्रत्येक जिलाधिकारी की थी लेकिन उधम सिंह नगर एक ऐसा अनोखा जिला है जहां सीएम त्रिवेन्द्र के ही आदेशों और जिलाधिकारी के आदेशो में विरोधाभास पैदा हो जाता है । आवाज़ 24X7 उत्तराखंड ने पिछले दो दिनों से जिले में सीएम के आदेशों के पालन हेतु वास्तविकता जानने की कोशिश की तो धरातल पर स्थिति असमंजस वाली निकली । आइये एक नज़र डालते है आदेशों के ऊपर बिन्दुवार क्रम में ...

 

सी एम आदेश 26 मार्च तक :

1. हॉस्पिटल कैमिस्ट मेडिकल 24X7  पेट्रोल पम्प की तर्ज पर खुलेंगे ।

2. बैंक ऐटीएम कोषागार प्रातः 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक खुलेंगे ।

3. आवश्यक सामग्री होम डिलिवरी डोर टू डोर की जाएगी ।

4. अतिआवश्यक सामग्री दूघ सब्जी ,किराना की दुकानें प्रातः 1 बजे से 10 बजे तक खुलेंगी ।

 

जिलाधिकारी उधम सिंह नगर आदेश 26 मार्च  : जिला सूचना अधिकारी से प्राप्त पत्र पर आधारित :





1 हॉस्पिटल कैमिस्ट मेडिकल 24X7  पेट्रोल पम्प की तर्ज पर खुलेंगे ।

2 बैंक ऐटीएम कोषागार प्रातः 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक खुलेंगे ।

3 आवश्यक सामग्री की होम डिलिवरी डोर टु डोर की जाएगी ।

4 सभी दुकाने और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे ।

वास्तविक स्थिति 26 मार्च : सुबह 26 मार्च को जब आवाज़ 24X7 की टीम ने रुद्रपुर बाज़ार और आस पास का दौरा किया तो निम्न सूचना प्राप्त हुई ।

1 अधिकतर क्षेत्रो में मेडिकल स्टोर 9 बजे ही बंद पाये गए पूछने पर आवाज़ की टीम को कहा गया डी एम का आदेश है ।

2 कोई भी किराना और सब्जी की दुकाने खुली हुई नहीं मिली जिसमें नगला ,पंतनगर ,रुद्रपुर शहर और आस पास के क्षेत्र आते है जब सब्जी व्यापारियों से बात हुई तो बोले डी एम का आदेश है पुलिस वाले नहीं खोलने दे रहे है ।

3 कई क्षेत्रों में होम डिलिवरी थी ही नहीं और न ही किसी निजी विक्रेता का पास बना हुआ पाया गया ।

निष्कर्ष : मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार दूध सब्जी किराना की दुकाने जो प्रातः 7 बजे से प्रातः 10 बजे तक खुलनी थी, जिलाधिकारी के आदेशानुसार बंद करवाई गयी ,जिसमें पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया ।

 

वास्तविक स्थिति 27 मार्च : सुबह 26 मार्च को जब आवाज़ 24X7 की टीम ने रुद्रपुर बाज़ार और आस पास का दौरा किया तो निम्न सूचना प्राप्त हुई ।

1 मेडिकल स्टोर डेयरी उत्पाद प्रातः 7 से दोपहर 10 बजे तक खुले पाये गए ।

2 कोई भी किराना और सब्जी की दुकाने खुली हुई नहीं मिली जिसमें नगला ,पंतनगर ,रुद्रपुर शहर और आस पास के क्षेत्र आते है जब सब्जी व्यापारियों से बात हुई तो बोले डी एम का आदेश है पुलिस वाले नहीं खोलने दे रहे है ।

3 कई क्षेत्रों में होम डिलिवरी थी ही नहीं और न ही किसी निजी विक्रेता का पास बना हुआ पाया गया ।

 

निष्कर्ष : मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार दूध सब्जी किराना की दुकाने जो प्रातः 7 बजे से प्रातः 10 बजे तक खुलनी थी, जिलाधिकारी के आदेशानुसार बंद करवाई गयी ,कई जगह होम डिलिवरी नहीं हो पायी, और निजी विक्रेताओं का पास भी नहीं बन पाया ।

 

आवाज़ टीम ने 27 मार्च को रुद्रपुर के आस पास के क्षेत्र में  भ्रमण किया और जानकारी प्राप्त की जो निम्न है ...


1 अधिकतर जगह पर डोर टू डोर डिलिवरी की सूचना शाम होने तक नहीं मिली ,

2 डोर टू डोर के लिए जो स्थानीय सब्जी किराना आदि के विक्रेता है उनके पास बनाने की कोई सूचना नहीं थी ।

3 समस्त सब्जी और किराने की दुकाने बंद थी ।

आवाज़ टीम ने इसके बाबत कई पुलिस अधिकारियों से बात की जिनहोने बताया डी एम के आदेश है कि सब्जी और किराने की दुकाने नहीं खुलेंगी जबकि सी एम का आदेश था कि आवश्यक सामाग्री कि दुकानें 7 से 1 बजे तक खुलेंगी ।

अब सवाल उठता है कि इस आपातकाल कि परिस्थिति में सी एम के आदेश को क्या नज़रअंदाज़ किया जा सकता है ? जब आवश्यक सामाग्री हेतु डोर टू डोर व्यवस्था न बन पायी हो और स्थानीय दुकानदार पुलिस कि सख्ती के कारण पास बनवाने भी न जा पा रहे हो तो किस आधार पर जिलाधिकारी आपूर्ति कि बात कर सकते है ?

आवाज़ 24X7 उत्तराखंड ने सी एम और जिलाधिकारी के आदेशों में विरोधाभास पाया जिसकी सूचना तत्काल मुख्यमंत्री और सचिवालय को गयी और 27 मार्च की शाम को ही मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले में मंत्रियों का प्रभार बाँट दिया गया । 27 मार्च को जिलाधिकारी उधम सिंह नगर द्वारा एक नया आदेश लिखित में प्राप्त हुआ जो सी एम के 27 के आदेश का अक्षरशः पालन ही था ।