ऊधम सिंह नगर : आस्था पर भारी पड़ा कोरोना काशीपुर में ऐतिहासिक चैती मेला स्थगित

आखिरकार कोरोना महामारी का भय आस्था पर भारी पड़ गया। मेला भागीदारान और ठेकेदारों के साथ हुई बैठक में प्रशासन ने काशीपुर का एतिहासिक चैती मेला स्थगित कर दिया। अब केवल प्रसाद की 25 दुकानों को ही अनुमति दी जाएगी। 


काशीपुर में चैती मेले का विधिवत उद्घाटन 13 अप्रैल को हो चुका है। मेले के लिए झूलों, खेल तमाशों और व्यापारिक गतिविधियों के लिए टेंडर अनुमोदित होने के बाद व्यापारियों ने मेला परिसर में काम शुरू कर दिया था। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालयों के लिए कैंप स्थापित कर दिए गए थे।



वहीं, ठेकेदारों ने भी व्यापारियों को दुकानों के लिए स्थल आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण व्यापारियों ने वहां दुकानें लगाने का जोखिम मोल नहीं लिया। इसी बीच, शासन ने कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी। अब धार्मिक गतिविधियों में भी एक ही स्थान पर 200 से अधिक लोग जमा नहीं हो सकेंगे। ऐसे में मेला मजिस्ट्रेट गौरव कुमार और सहायक मेला मजिस्ट्रेट वीसी पंत की मौजूदगी में शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय में हुई बैठक में मेला भागीदारान और ठेकेदारों के साथ हुई बैठक में प्रशासन ने मेला स्थगित करने का निर्णय लिया।


बैठक में तय किया गया कि चैती मंदिर में मां बाल सुंदरी देवी के प्रतिष्ठापित रहने के दौरान पुलिस की व्यवस्था रहेगी। इस दौरान 25 व्यक्तियों को प्रसाद की दुकानें लगाने की अनुमति दी जाएगी। प्रसाद की दुकानों का आवंटन शनिवार से होगा। बैठक में मां को डोला 19 अप्रैल की रात जुलूस की शक्ल में न आकर एक गाड़ी में लाए जाने पर सहमति बनी। वहां नगर निगम के अधीक्षक विकास शर्मा, डा. अमरजीत सिंह, पीडब्ल्यूडी एई ज्योति रावत, जेई नफीस अहमद, पंडा वंश गोपाल अग्निहोत्री, विकास अग्निहोत्री, मनोज अग्निहोत्री, पंडा कृष्ण गोपाल अग्निहोत्री आदि थे।