ऊधमसिंहनगर : स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर जिलाधिकारी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा

राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लोग परेशान हो रहे हैं कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ कई जगह कुव्यवस्था का आलम जारी है। कोरोना काल में भी कुछ अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी ईमानदारी के साथ नहीं कर रहे है। ऐसा ही एक मामला ऊधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय में जिलाधिकारी रंजना राजगुरु के निरीक्षण के दौरान देखने को मिला। जिसके बाद उन्होंने सीएमओ को जमकर फटकार लगाई है। 


उत्तराखंड में कोरोना बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। बावजूद इसके कुछ अधिकारी अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे है। अधिकारियों की ये लापरवाही ऊधमसिंहनगर जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने खुद पकड़ी. जिलाधिकारी रंजना राजगुरु यूपी बॉर्डर से लगते हुए तमाम इलाकों और चेकिंग प्वाइंट का निरीक्षण करने निकली तो इस दौरान उन्हें कई प्वाइंट पर अधिकारी और कर्मचारी नदारत मिले जिसे देख जिलाधिकारी रंजना राजगुरु पारा चढ़ गया और उन्होंने जमकर अधिकारी और कर्मचारी फटकार लगते हुए कड़ी हदायत दी।  


आपको बता दे की कई प्रदेशों में कोरोना को लेकर बरती जा रही सख्ती के बाद लॉकडाउन के डर से प्रवासियों घर लौटे रहे है। ऐसे में यूपी से लगे जिलों में जिला प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी गई है यूपी से लगी हुई जिले की सीमा पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को तैनात किया गया है कि बाहर से आने वाले सभी लोगों का टेस्ट किया जा सके लेकिन जब जिलाधिकारी रंजना राजगुरु रामपुर बॉर्डर पहुंची तो देखा कि स्वास्थ्य विभाग का कोई भी कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं था. जिससे उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। जिलाधिकारी ने सीएमओ की जमकर क्लास लगाई साथ ही उन्होंने कहा कि ये विभाग की तरफ से घोर लापरवाही है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सीएमओ को कहा है कि जिस किसी की भी ड्यूटी बॉर्डर थी, वो कर्मचारी और अधिकारी यहां मौजूद नहीं है. इसीलिए उनका वेतन काटा जाए. साथ ही उनसे स्पष्टीकरण भी लिया जाए अगर इस तरह की लापरवाही आगे सामने आती है तो वह टीम को जेल भिजवा देंगी. बॉर्डर पर पुलिसकर्मी भी पर्याप्त संख्या में नहीं थे. इसको लेकर पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बॉर्डर पर पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए. ताकि सभी वाहनों की चेकिंग की जा सके। लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।