एक्सक्लूसिव ख़बर :स्टेट बैंक पंतनगर में हुआ मांस मदिरा पार्टी का आयोजन
इस
वक़्त पूरा विश्व कोरोना कहर से जूझ रहा है कोरोना संक्रमण के चलते आए दिन मौते हो रही
है और अभी तक कोरोना को रोकने का इलाज़ मिल नहीं पाया है कोरोना संक्रमण लगातार फैल
रहा है जिस कारण पूरे भारत में लॉक डाउन किया गया है उत्तराखंड सरकार भी आए दिन कोरोना
संक्रमण को ध्यान में रखते हुए उचित दिशा निर्देश आम जनता को दे रही है और स्थानीय
प्रशासन उसका बखूबी पालन भी करवा रहा है ।
लॉक
डाउन पीरियड में कुछ लोगों को अति आवश्यक सेवा के नाम पर लॉकडाउन के दौरान आने जाने
को लेकर छूट दी गयी है जिनमें बैंकिंग सैक्टर भी आता है ,बैंक के कर्मचारियों को बैंक आने जाने की और काम करने की छूट है लेकिन सामाजिक
दूरी का भी प्राथमिकता के साथ पालन भी करना है ताकि कोरोना का संक्रमण फैल न पाये , लेकिन कुछ लोग बैंकिंग सेवा की आड़ में लॉक डाउन का उल्लंघन करने से नहीं चूक
रहे ऐसे लोगों के लिए लॉक डाउन महज एक मौका है वो भी मांस मदिरा पार्टी करने का ! उनको इस
बात की परवाह ही नहीं रहती कि जहां पूरा देश कोरोना संकट काल से निकलने के लिए सोशल
डिस्टेन्शिंग का पालन कर रहा है वही चंद ऐसे लोग ऐसी महामारी को आमंत्रण देते फिरते
है । आज आवाज़ 24X7 एक ऐसे ही बैंक के अधिकारियों का खुलासा करने
जा रहा है ।
उधम
सिंह नगर जिले में स्थित स्टेट बैंक पंतनगर में बीते दिन शनिवार 30 मई 2020 को बैंकिंग
टाइम के दरमियान एक मांस मदिरा पार्टी का आयोजन किया गया था इस पार्टी के आयोजकों में बैंक के शाखा प्रबन्धक मदन कुमार चौधरी प्रमुख भूमिका
में थे वैसे भी जब शाखा प्रबन्धक खुद पार्टी दे रहे हो तो कोई क्या कर सकता है ? आवाज़ उत्तराखंड के पुख्ता सूत्रों के अनुसार स्टेट बैंक पंतनगर के शाखा प्रबन्धक
मदन कुमार चौधरी और विकास कुमार बैंक पी ओ द्वारा बैंक के कर्मचारी और सुरक्षा कर्मियों को पार्टी
दी गयी जिसमें 5 किलो चिकन सुरक्षा कर्मी द्वारा मंगवाया गया और बैंक की ही केंटीन
में कैंटीन मैनेजर द्वारा बनवाया भी गया और ये सब ड्यूटी टाइम के बीच में ही किया गया
। आश्चर्य की बात ये है कि बैंक में आए हुए सभी कर्मचारी इस पार्टी में शामिल हुए ।
सूत्रो के अनुसार बैंक में महिला कर्मचारी भी है जिनके सामने ही ये सब आयोजन किया गया
चूंकि बैंक के अंदर ही ये सब आयोजन हुआ और शनिवार की वजह से इसकी भनक न तो पंतनगर सुरक्षा
अधिकारियों को हो पायी और और न ही स्थानीय पुलिस को,चूंकि पार्टी
खुद शाखा प्रबन्धक ने आयोजित की थी तो इसकी खबर बाहर जाने का सवाल ही नहीं था लेकिन
कुछ लोगों के अति उत्साही होने के कारण भांडा फूट गया, और पूरी
पार्टी की जानकारी अवाज उत्तराखंड को हो गयी ।
अब
सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि लॉक डाउन के चलते बैंक के अधिकारी एक सरकारी संस्था
में निजी मनोरंजन के कार्यक्रम कैसे आयोजित कर सकते है ?
क्या
बैंक में महिला कर्मचारी के होते हुए निजी तौर पर मांस मदिरा का आयोजन एक सरकारी संस्था
में ड्यूटी टाइम के अंतराल में किया जा सकता है ?
ऐसे आयोजनों के लिए बैंक की केंटीन का उपयोग कैसे किया जा सकता है जबकि उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार केंटीन खोलने पर पूर्ण प्रतिबंध है ?
लॉक
डाउन के चलते किसी भी तरह का कोई भी आयोजन पूर्णतह: गैरकानूनी है क्या इसका ध्यान किसी
को भी न रहा या मांस मदिरा आयोजन का नाम सुनकर लॉक डाउन के नियमों को भूल गए ?
किसी
भी सरकारी संस्था या अर्ध सरकारी संस्था में इस तरह के मांस मदिरा के आयोजन गैर कानूनी
है, और लॉक डाउन के पीरियड में तो इस तरह का कृत्य और संगीन हो जाता है ,अब देखना ये खास होगा कि बैंक में मांस मदिरा पार्टी आयोजित करने वालों पर स्थानीय प्रशासन व पुलिस क्या कार्यवाही करती है ?