खुलासा मित्र पुलिस का एक रूप यह भी: पीड़ित को पीटा पागल बनाकर सीएम पोर्टल को भेजा न्याय न मिलने पर अब पीड़ित हुआ मायूस कहा आत्महत्या कर लूंगा

महानगर रुद्रपुर में मित्र पुलिस की मार से महीनों तक आहत प्रमोद के सामने इन दिनों अपना और अपने परिवार के भरण पोषण के साथ रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। मामले में न्याय ना  मिलने पर पीड़ित आत्महत्या करने की चेतावनी दे रहा है। 

जानकारी के अनुसार ट्रांजिट कैम्प निवासी प्रमोद कुमार का पैसो की लेनदेन को लेकर अपने ही चाचा से कहासुनी हो गई थी जिसके बाद 22 जनवरी को उसके चाचा ने उसके घर में घुसकर तोड़फोड़ कर उसके साथ मारपीट की। पीड़ित प्रमोद ने जब घटना की शिकायत ट्रांजिट कैंम थाने में की तो पुलिस ने उस ही थाने में बैठा कर जमकर पीटा। पीड़ित प्रमोद के अनुसार सीएम पोर्टल पर मामले की शिकायत करने पर पुलिस द्वारा बगैर स्वास्थ्य जांच कराएं मानसिक रूप से कमजोर बताकर आख्या पेश कर दी गई जबकि प्रमोद जीएसटी रिटर्न भरकर सरकार को राजस्व देता है औद्योगिक क्षेत्र के सिडकुल में रंगाई पुताई का काम ठेके पर करता है। 




अब खुद को मानसिक रोगी  बताए जाने से परेशान प्रमोद ने न्याय नहीं मिलने पर आत्मा हत्या करने की बात कर रहा है।  


वही प्रमोद द्वारा सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज शिकायत पर जांच करने और आख्या मांगे जाने पर दरोगा ने  बिना स्वास्थ्य जांच के ही प्रमोद कुमार को मानसिक रोगी घोषित कर दिया और जांच में उसके चाचा के बयानों का आधार डाल दिया । 


अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि किस तरह से सीएम पोर्टल नाम मात्र का है जो केवल एक पोर्टल है सीएम तो है ही नही अगर होता तो कार्यवाही जरूर होती ऐसे बहुत से उदाहरण बनते ही जा रहे है जहां पीड़ित व्यक्ति पुलिस से सहायता मांगने जाता है और पुलिस उसे ही पीट देती है और यह सब पुलिस के आला अधिकारियों की क्षत्रछाया में होता है ।


प्रमोद कुमार की पत्नी क्या बोली जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें ।


प्रमोद कुमार ने पुलिस के लिए क्या कहा जानने के  लिए लिंक पर क्लिक करें । 


प्रमोद ने इस पूरे मामले में ऊधम सिंह नगर के पुलिस मुखिया एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर से गुहार लगाई है कि निष्पक्ष जांच कराकर उसे न्याय दिलाया जाए । 

आज आवाज़ इंडिया के संवाददाता से प्रमोद कुमार ने आपबीती बताते हुए कहा कि अगर उसे न्याय न मिला तो वह आत्महत्या कर लेगा ।

अब आवाज़ उत्तराखंड उत्तराखंड उधम सिंह नगर की मित्र पुलिस से कुछ सवाल पूछना चाहता है कि अगर प्रमोद कुमार निष्पक्ष जांच न होने की वजह से आत्महत्या करता है तो इसका दोषी कौन होगा ?

अगर प्रमोद कुमार का मानसिक संतुलन ठीक है तो जिस पुलिसकर्मी ने सीएम पोर्टल पर प्रणोद को मानसिक रोगी बात दिया उस पर क्या कार्यवाही होगी ?

और प्रमोद कुमार की शिकायत दर्ज करने की बजाय उसे पुलिस के द्वारा मार पीटा गया जिन पुलिसवालों ने उसे मारा पीटा है उन पर क्या कार्यवाही होगी ? 


प्रमोद कुमार की माँ से भी आवाज़ इंडिया के संवाददाता की बात हुई उसकी माँ ने भी प्रमोद का मानसिक संतुलन ठीक बताया है प्रमोद की पत्नी ने भी एक एक ब्यौरा आवाज़ इंडिया को दिया है ऐसे में अगर निष्पक्ष जांच होनी बहुत जरूरी है उधम सिंह नगर पुलिस के आला अधिकारियों को एक बार फिर वो शपथ याद करने की जरूरत है जो वो पुलिस अधिकारी बनकर खाते है ।