गंगाराम हत्याकाण्ड मामले का पुलिस ने किया खुलासा, आरोपी हुआ गिरफ्तार

ऊधम सिंह नगर के किच्छा के ग्राम अजीतपुर में हुए गंगाराम हत्या मामले में ऊधम सिंह नगर पुलिस ने खुलासा कर दिया है, पुलिस के अनुसार व्यावसायिक और आपसी रंजिश के चलते गंगाराम की हत्या की गई थी। इस मामले में पुलभट्टा चैंकी किच्छा में एस.पी. सिटी ममता बोरा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 22 फरवरी ग्राम अजीतपुर निवासी गंगाराम की गोली मरकर हत्या कर दी गई थी, इस मामले के खुलासे के लिये कई टीमे गठित कर तफ्तीश में लगाया गया था। वही इस मामले में गंगाराम के पुत्र नन्दकिशोर ने अपने ही गांव में रहने वाले मेवाराम और उसके पुत्र राजकुमार उर्फ राजू व रमेश उर्फ शिवकुमार के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला की राजकुमार उर्फ राजू पूर्व में भी मारपीट कर गांव में छुप जाता था, मामले में सन्देह और नामजद तहरीर के अनुसार पुलिस ने उसकी फोटो लेकर अपने सक्रीय मुखबीरों को दी, उसकी तलाश में पुलिस ग्राम सकरस, बहेड़ी पहुंची जहां आरोपी राजू को एक ट्यूबल के पास से गिरफ्तार किया गया। कड़ी पूछताछ के बाद उसने मामले को अन्जाम देने की बात स्वीकारी जिसके बाद उसकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल की गई तमन्चा और खोखा भी बरामद कर लिया गया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गंगाराम से उसकी व्यावसायिक रंजिश थी, दोनो ही ट्रैक्टर-ट्राॅली से रेता ढ़ुलाई का काम करते थे। आरोपी का कहना है कि गंगाराम अक्सर उसके बारे में उल-फिज़ूल और अर्नगल बाते किया करता था जिससे आक्रोशित होकर 21 फरवरी को जब उसके सारे परिजन दिल्ली में उसकी बहन के घर गये थे तो मौका पाकर उसने घटना को अन्जाम दिया और बरेली भाग गया, बाद में वह ग्राम सकरस में आकर छुप गया जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।