दून स्थित निरंजनपुर मंडी बन रही कोरोना संक्रमण का केंद्र

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा होने के साथ ही देहरादून स्थित निरंजनपुर मंडी भी अब संक्रमण का केंद्र बनने लगी है। एक हफ्ते में मंडी के अंदर सात लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, अभी यह भी नहीं कहा जा सकता कि यहां कितने और लोग संक्रमित हो चुके हैं। साथ ही अब तक पाए गए संक्रमित किन-किन लोगों के संपर्क में आ चुके हैं।

चिंता वाली बात यह भी है कि अब मंडी के जरिये पूरे शहर में संक्रमण फैलने का खतरा बन गया है। शुरू से ही हाई रिस्क एरिया रही मंडी में एहतियात को उठाए जाने वाले कदमों पर सिस्टम गंभीर नहीं रहा। जबकि, दैनिक जागरण शुरू से ही मंडी में कोरोना संक्रमण को लेकर आगाह करता रहा। मंडी समिति ने यहां सुरक्षा के तमाम इंतजाम करने का दावे किए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने यहां समय पर सैंपलिंग की आवश्यकता नहीं समझी।

अब सप्ताह में दो दिन बंद रहेगी मंडी-

निरंजनपुर मंडी अब सप्ताह में दिन दो बुधवार और रविवार को बंद रहेगी। इन दोनों दिन यहां सैनिटाइजेशन किया जाएगा। गुरुवार को मंडी समिति के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने आढ़तियों के साथ बैठक की, जिसमें निर्णय लिया गया कि मंडी में हफ्ते में दो दिन सैनिटाइजेशन किया जाए। मंडी अध्यक्ष ने बताया कि मंडी में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए नियमित सैनिटाइजेशन किया जा रहा है, लेकिन रोजाना यहां कारोबार के चलते सैनिटाइजेशन को पर्याप्त समय नहीं मिल पाता।ऐसे में अब सप्ताह में दो दिन मंडी परिसर पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा। इसलिए बुधवार और रविवार को मंडी में कोराबार नहीं किया जाएगा। अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि मंडी में 50 वर्ष से अधिक वर्ष की आयु के लोगों का प्रवेश पहले ही वर्जित किया जा चुका है। मंडी में सख्ती के साथ सुरक्षा मानकों का पालन कराया जा रहा है। 

निरंजनपुर सब्जी मंडी में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। यहां संक्रमण के और मामले आने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। इसीलिए मंडी में रैंडम सैंपलिंग भी की जा रही है। यहां से शहरभर में फल-सब्जी की आपूर्ति होने के कारण कोरोना संक्रमण के घरों तक पहुंचने की भी आशंका है। अगर मंडी में अगले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में कोरोना मरीज पाए गए तो संभव है कि मंडी को पूर्ण रूप से कारोबार के लिए बंद कर दिया जाए।

ऐसी स्थिति में शहर में फल-सब्जी की आपूर्ति किस प्रकार की जा सकती है, इसके विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। मंडी समिति के सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि अगर मंडी को पूर्ण रूप से बंद करने की नौबत आती है तो मंडी समिति का प्रयास रहेगा कि बाहर से आने वाले ट्रकों से सीधे फुटकर मंडियों में सब्जी पहुंचाई जाए। इसके अलावा आइएसबीटी के पास स्थित खेतों में भी माल उतरवाया जा सकता है। जिसे यहां से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सप्लाई किया जाएगा।