देहरादून बिग ब्रेकिंग:डॉ निशंक ने उपलब्धियों की फेहरिस्त की जारी नयी शिक्षा नीति के तहत कई तरह के होंगे परिवर्तन

केन्द्रीय मंत्री डॉ निशंक आज यहां धर्मपुर विधान सभा अंतर्गत त्यागी रोड पर महावीर  धर्मशाला में भाजपा के शक्ति केंद्र की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने सम्बोधन के दौरान का कई तरह की उपलबधिया कार्यकर्ताओं के सामने रखी जैसे अभी तक पूरे विश्व के 28 देशों में सीबीएसई के स्कूल है, जल्द ही सीबीएसई स्कूलों को मॉडल स्कूलों के रूप में प्रजेंट करने की योजना है । भाषाओं की बात करें तो देश की सभी भाषाएं खूबसूरत है दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा हिन्दी है और अब भाषा के सशक्तिकरण पर भी बल दिया जाएगा जिससे नई शिक्षा नीति में मातृभाषा को बल मिलेगा ,नई शिक्षा नीति में कुछ परिवर्तन किए गए है जिसमें व्यवसायिक शिक्षा को पढ़ाने का काम होगा, स्कूली शिक्षा में व्यवसायिक शिक्षा का ज्ञान दिया जाएगा, दुनिया का पहला देश भारत होगा जहां कृतिम शिक्षा का ज्ञान दिया जाएगा, ऐसा पहली बार है कि किसी भी विषय के साथ अपना पसंदीदा विषय ले सकते है

कोविड19 महामारी के चलते पूरी दुनिया में कई देशों ने हाथ खड़े कर दिए थे,लेकिन हमने 33 करोड़ छात्रों को कोविड के दौर में ऑनलाइन लेकर आये, पढ़ाई कराई, एग्जाम कराए, रिजल्ट भी दिये, नीट (NEET),जेईई(JEE) परीक्षाएं करवाई और सफल रही जिसकी पूरी दुनिया मे तारीफ हुई ।

वर्तमान में राज्य सुरक्षा और कोविड19 महमारी के नियमों को ध्यान में रखकर स्कूल खोलने का निर्णय ले सकते है । जिनके पास इंटरनेट नही उसे दीक्षा पोर्टल या अन्य दूसरे माध्यमों सब तक शिक्षा पंहुंचा रहे है,

केन्द्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कुम्भ को एक आकर्षक मेला बताया है उन्होने कहा कि 2010 के कुम्भ में 100 से ज्यादा देशों के लोग यहां आए थे अबकी बार का कुम्भ  उससे भी अच्छा होगा, और अनुशासन से होगा, उन्होने कहा कि मैं जिस पद पर हूँ मेरी ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है इसलिए मेरे द्वारा सामीक्षा करना जरूरी है अब कुम्भ के काम तेजी से होने चाहिए लक्ष्य को तय समय पर पूरा करना चाहिए

कृषि कानूनों पर बोलते हुए निशंक ने विरोधियों पर भी निशाना साधा है निशंक के अनुसार कृषि कानून किसानों के हित में है किसानों की मांग पर ही मोदी सरकार ने ये कानून लागू किया है मोदी सरकार ने पांच साल में 8 लाख करोड़ किसानों के लिए बजट की व्यवस्था की है ।

निशंक द्वारा सम्बोधन में गिनाई गयी उपलब्धियां क्या वास्तव में धरातल पर अवतरित होती है या नहीं ये एक विचारणीय प्रश्न है बहरहाल उपलब्धियों से ले कर मोदी सरकार की प्रशंसा तक निशंक ने बूथ कार्यकर्ता को महत्ता दी है और बूथ कार्यकर्ता को केन्द्रित करते हुए डॉ निशंक ने असली ताकत कार्यकर्ता को ही बताया है ।