निलंबन पर प्रतिक्रिया II

फेल छात्रों को एडमिशन देनें के मामले में गुरुवार को जहां सरकार ने उच्च शिक्षा निदेशक समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया था । तो वहीं निलंबन को नाजायज करार देतें हुए नेता प्रतिपक्ष इंद्रिरा ह्रदयेश ने इसे सरकार का अहंकार बताया है । नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान नहीं  लेतें हुए उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के कहने पर निलंबन की कार्रवाई कर दी। उनका कहना है कि मंत्री धन सिंह रावत के निजी स्वार्थ के चलते उच्च शिक्षा जैसे प्रतिष्ठान के साथ छेडछाड की गयी है। तो उन्होनें मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे सदन में उठाने की बात कहीं है। 

गौरतलब है कि मामला एनएसयूआई की छात्रा नेता मीमांशा आर्य से जुडा हुआ है। पीडित छात्रा मीमांशा आर्य का कहना है कि सरकार के इस फैसले से विद्यार्थाीयों के अंदर द्वेष भावना आ रहीं है। यूनिवसिर्टी में इसप्रकार के हजारों एडमिशन काॅलेज अधिकारियों के द्वारा हीं दिये गये है। और शिक्षा जगत के लिये सरकार के इस फैसले से बडी मायूसी नहीं हो सकती है।