नैनीताल:अपने से बड़े युवक को कोसी नदी में डूबने से बचाने वाले 12 वर्षीय सनी को वीरता पुरस्कार दिलवाने की बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने की सिफारिश

हौसले और हिम्मत उम्र देख कर नही आते ऐसे ही हौसलों और हिम्मत की मिसाल पेश की है सिर्फ 12 वर्ष के एक लड़के ने ।उत्तराखण्ड के रामनगर में 9 अगस्त को 12 वर्षीय  सनी नाम के एक लड़के ने कोसी नदी की लहरों को चीरते हुए 22 वर्षीय युवक को नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। 12 वर्षीय इस बहादुर बच्चे की चारों ओर तारीफ हो रही है। सनी की इस बहादुरी पर उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लिया है और साहसी बच्चे को सम्मानित करने तथा उनका नाम वीरता पुरस्कार के लिए चयनित करने किए जाने की सिफारिश की है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग सचिव द्वारा जिलाधिकारी नैनीताल को इस संबंध में रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है जिससे कि बच्चे का नाम वीरता पुरस्कार के लिए दिया जा सके और बच्चे को सम्मानित किया जा सके।



आपको बता दें कि रविवार सुबह करीब 11 बजे रामनगर के मोतीमहल निवासी रवि कश्यप (22 साल) ने मानसिक तनाव के चलते कोसी बाईपास पुल से 40 फीट नीचे कोसी नदी में छलांग लगा दी। घटना को देखकर कई लोगों की चीख निकल गई,लेकिन डूबने रहे युवक को बचाने के बजाए कई लोग घटना का वीडियो बनाने लगे। इसी बीच पुल के नीचे खड़े आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 12 साल के सन्नी ने बहादुरी का परिचय देते हुए नदी में छलांग लगा दी।


रोंगटे खड़े कर देने वाली इस घटना में कई ऐसे पल भी आए, जब कोसी की तेज धारा सन्नी को भी अपनी ओर खींच रही थी, लेकिन 15 मिनट के अथक प्रयास के बाद बहादुर सन्नी डूब रहे युवक को गहरे कुंड से बाहर निकाल लाया। इस कार्य में उसके पड़ोसी दीपक कश्यप ने भी साथ दिया। 


बाद में कोसी नदी से निकाले गए युवक को लोगों ने सरकारी अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है। घटना के बाद सन्नी की बहादुरी देख लोग उसकी प्रशंसा करते रहे। बताया गया है कि सन्नी का परिवार कोसी नदी के पास ही रहता है। इसलिए नदी की तेज धाराओं में भी वह तैर लेता है।