पुलिस ने लाठी फटकार कर समझाया लॉकडाउन का मतलब।

रुड़की में लॉक डाउन का उलंघन कर रहे लोगों से पुलिस प्रशासन सख्ती से निपट रहा है। आम और खास प्रत्येक व्यक्ति को कानून का पालन करने की हिदायत दी जा रही है। इस दौरान सिविल लाइंस में भाजपा युवा मोर्चा के एक नेता को पुलिस ने जमकर फटकार लगाई। वहीं दूसरी ओर भीम आर्मी के जिला महासचिव की कार को सीज करने के साथ एएसडीएम और सीओ ने उस पर लाठी भी फटकारी। साथ ही उस पर मुकदमा दर्ज किया गया है और हवालात में बैठा दिया है।

कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए उत्तराखंड को 31 मार्च तक लॉकडाउन किया गया है, लेकिन कुछ लोग इसकी गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं, जिन्हें समझाने के लिए कई लोगों पर पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ रही है। वहीं कुछ राजनीतिक दलों से ताल्लुक रखने वाले लोग इस गंभीर समय में भी अपनी नेतागिरी झाड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं लेकिन पुलिस इन मामलों में शक्ति से ही निपट रही है।

ऐसा ही एक मामला रुड़की के सिविल लाइंस में नजर आया जब भाजपा युवा मोर्चा का एक पूर्व पदाधिकारी अपनी गाड़ी पर झंडे लगाए पुलिसकर्मियों पर रौब गालिब करने लगा उक्त नेता का कहना था कि बुखार से पीड़ित है और इलाज के लिए जा रहा है। लेकिन प्राथमिक हालात देखकर ऐसा प्रतीत नहीं हुआ।

वहीं रामपुर चुंगी पर एक सेंट्रो कार को रोका तो वह पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार होने की कोशिश करने लगा तभी एएसडीएम गोपाल सिंह चौहान और सीओ चंदन सिंह बिष्ट व अन्य पुलिस कर्मियों ने उसे आगे बैरिकेड पर रोक लिया। और उस पर जमकर लाठी फटकारी।

युवक ने अपने आपको भीम आर्मी का जिला महासचिव परवेज सुल्तान बताया। पुलिस ने उससे भाग जाने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वह किसी काम से जा रहा है। पुलिस ने लॉक डॉउन का उल्लंघन करते हुए युवक को फटकार लगाते हुए उसकी जमकर पिटाई कर दी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जो भी व्यक्ति लॉक डाउन का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सीओ चन्दन  सिंह बिष्ट ने बताया कि परवेज सुल्तान के खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसकी कार को सीज कर दिया गया है उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।