प्रेरणा स्रोत : ईमानदारी की मिसाल जावेद और इमरान, पाल फोर्ड की शान बने ये दो टेक्नीशियन

आज के इस कठोर समय में कहा जाता है कि धरती से नेकी, दयाभाव और ईमानदारी जैसी विशेषताएं लुप्त हो गई हैं,लेकिन ऐसा नहीं है आज भी नेक, दयावान और ईमानदार लोगों की कोई कमी नहीं है। लॉक डाउन की वजह से जहां बेरोजगारी चरम सीमा पार कर चुकी है आये दिन क्राइम बढ़ रहा है ऐसे में एक ईमानदारी की मिसाल हल्द्वानी में देखने को मिली जहां पाल फोर्ड के टेक्नीशियन्स को गाड़ी के अंदर डैशबोर्ड की सर्विस करते हुए 28 हज़ार रुपये मिले, 




रुपयों को देखकर दोनों टेक्नीशियन्स जावेद और इमरान ने इसकी जानकारी गाड़ी के एडवाइजर नीरज जोशी को दी उन्होंने कस्टमर को बुलाकर वो रुपये तुरंत वापस कर दिए,उन रुपयों को देखकर कस्टमर भी ख़ुशी से फुले नही समाया और दोनों टेक्निशियंस की जमकर तारीफ की और धन्यवाद अदा किया । 


वहीं पाल फोर्ड के सीईओ गिरीश निवेलिया ने अपने दोनों टेक्नीशियन जावेद और इमरान को गुलदस्ता देकर प्रोत्साहित किया और दोनों की भूरी भूरी प्रशंसा भी की। पाल फोर्ड में तकरीबन तीन सौ कर्मचारी कार्य करते है  ऐसे में पैसे चोरी हो जाना या कोई लापरवाही आसानी से पकड़ में नही आ सकती और कोरोना काल में जब लोगों के पास नौकरी और पैसा नहीं है, ऐसे में जावेद और इमरान ने ईमानदारी की मिसाल कायम की है।