बसंत पंचमी : भगवान श्रीकृष्ण ने दिया था सरस्वती को वरदान विद्यार्थियों के लिए है आज खास दिन विशेष पूजा कर पा सकते है ज्ञान का वरदान

आज पूरा देश बसंत पंचमी मना रहा है, प्रत्येक वर्ष माघ माह की शुक्ल पंचमी को बसंत पंचमी मनाई जाती है, और इसी दिन से बसंत ऋतु की शुरुआत हो भी जाती है,तरह तरह के मनमोहक फूलों से धरती प्राकृतिक रूप से निखर जाती है, खेतों में सरसों के पीले फूलों की चादर बिछी होती है और कोयल की मीठी कूक से चारो ओर प्रकृति गुंजायमान रहती है,बसंत पंचमी को मां सरस्वती का दिन माना जाता है,इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की विशेष पूजा अर्चना भी की जाती है।इस वर्ष बसंत पंचमी का पर्व 16 फरवरी को मनाया जा रहा है।बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को पूजा के बाद पीली चीजों का भोग लगाना शुभ होता है। मां सरस्वती को पीले मीठे चावल, पीले लड्डू, बेर, केला, बूंदी और मालपुआ का भोग लगा सकते हैं।पुराणों में वर्णित एक कथा के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने देवी सरस्वती से खुश होकर उन्हें वरदान दिया था कि बसंत पंचमी के दिन तुम्हारी आराधना की जाएगी।

बसंत पंचमी इसीलिए भी खास माना जाता है क्योंकि इसमें विवाह, निर्माण और अन्य शुभ कार्य किए जा सकते हैं।ऋतुओं के इस संधिकाल में ज्ञान और विज्ञान दोनों का वरदान मिलता है,संगीत कला और आध्यात्म का आशीर्वाद भी इस काल में लिया जा सकता है,अगर कुंडली में विद्या बुद्धि का योग नहीं है या शिक्षा की बाधा का योग है तो इस दिन विशेष पूजा करके उसे ठीक किया जा सकता है।बसंत पंचमी के पावन पर्व पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रियंका गांधी समेत तमाम नेताओ ने ट्वीट कर देश को बसंत पंचमी की बधाई दी है।