बाघों ने मचाया आतंक

एंकर- आज कल जहाँ लोग बरसात की मार झेल रहे हैं वहीँ जिला मुख्यालय के नजदीकी छेत्र सारजूला पट्टी के पांगर , बालमा , भट्टकोटि पाटा सहित कई गावं बाघों के आतंक से परेसान हैं कुछ समय पहले तक तो के आस-पास बाघ का डर सूरज ढलने के बाद हुआ करता था लेकिन बाघ अब सूरज ढलने का भी इन्तजार नहीं कर रहा और दिन में क्या सुबह क्या कभी भी गावं के नजदीक पहुँच जा रहा है गावं में लोगों का डर के मारे घर से बाहर निकलना भी दुस्वार हो गया है लोगों में दहसत का माहौल बना हुआ है | पांगर गावं के सड़क में स्थित एक दुकानदार का कहना है की स्याम की 6,7 बजे ही बाघ सडक किनारे दिखने लगता है जिससे सड़क से आने जाने वाले लोगों को जान का खतरा बना हुआ है क्योंकि इसी सडक से होकर कई गावं के लोग रात को अपनी ड्यूटी से घर को जाते हैं और ऐसे में बाइक सवार लोगों के लिए जादा ख़तरा बना हुआ है| कुछ दिन पहले बाघ ने एक गाय को अपना शिकार बनाया फिर उसके बाद घर की दहलीज से कुत्ते को उठा ले गया                                   

  पांगर गावं की महिला शशी चौहान का कहना है की अब तो महिलाओं का खेतों में जाना भी मुश्किल हो गया है बच्चों को श्कूल छोड़ने जाना यहाँ तक की दिन में भी अकेले घर से बाहर  निकलने में भी डर का माहौल बना हुआ है और ये अकेला एक बाघ नहीं बल्कि 3 से 4 बाघ हैं जो कभी भी कंही भी दिख रहे हैं                                   

 लोग प्रशासन से मांग  कर रहे हैं की समय रहते इन मांस भक्छी जानवरों को पकड लिया जाए नहीं  तो यह कहन गलत नहीं होगा की आने वाले किसी भी पल किसी भी दिन कोई बाघ का निवाला बन सकता है |एक तरफ बाघ का खतरा और दूसरी तरफ सुवर का उत्पात , लोगों ने बताया की सुवर ने सारी खेती नष्ट करदी है और बाघ ने बाहर निकलना दुस्वार कर दिया है अब करें तो करे क्या |