बिग ब्रेकिंग: जागिए थानेदार साहेब ! अब तो मोहल्ले में महिलाएं भी करने लगी अवैध नशे का कारोबार कब तक जनता से ही मांगोगे सबूत
रुद्रपुर 16 मई 2021 : देव भूमि उत्तरखंड की पावन धरती को
देवी देवताओ के निवास स्थान के रूप में भी जाना जाता है।
उत्तराखंड बनने के बाद प्रदेश ने देश दुनिया में अपनी एक अलग
ही पहचान बनाई है वही प्रदेश की लगातार प्रगति में प्रदेश की महिलाओं ने भी अपनी
अहम भूमिका निभाई है लेकिन आज उत्तराखंड की पावन धरती पर महिलाओं के नशे सौदागर
बनने के आरोपो से प्रदेश कलंकित हो रहा है। नशीले पदार्थों का सेवन बहुत ही हानिकारक और खतरनाक होता है इस सामाजिक बुराई ने अभी तक न जाने
कितने घर उजाड़ दिए है और कितनों की जानें ले
चुका है लेकिन
जब इस नशीले पदार्थों के गोरखधंधे में महिलाएं ही संलिप्त पाई जाएं तो फिर स्थिति
की भयावहता का सहज रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है । मामला प्रदेश के अद्योगिक और राजनैतिक हब बन चुके ऊधम सिंह नगर के जिला
मुख्यालय रुद्रपुर से जुड़ा हैं ।
ताजा जानकारी के अनुसार मुख्यालय रुद्रपुर के
घनी आबादी क्षेत्र ट्रांजिट कैंप के शिवनगर में लंबे समय से कुछ महिलाएं नशे के
कारोबार को धड़ल्ले अंजाम दे रही हैं कई
बार नशे के कारोबार की शिकायत मोहल्लावासियों ने थाने में
की
है लेकिन नशा बेच रही महिलाओं पर कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई बीते दिन एक बार फिर
लॉकडाउन के बीच मोहल्ले में नशे का पदार्थ बेचने की शिकायत
पर संबंधित थाने ने सबूत देने की कही और इस शिकायत
को नज़रअंदाज़ करते हुए पल्ला झाड़ लिया
तो उसके बाद खुद मोहल्लावासियों ने रंगे हाथों नशा खरीद रहे
युवक को धर दबोचा तो नशा बेच रही दबंग महिलाओं ने मोहल्ले के तमाम लोगों से जमकर
झगड़ा करना शुरू कर दिया मामले की शिकायत ट्रांज़िट कैंप थाने में किए
जाने के बाद भी करवाई होती हुई नजर नहीं आई तो मोहल्ले वासियों ने सोशल मीडिया पर
वीडियो अपलोड कर न्याय की गुहार लगाई है ।
ट्रांज़िट कैंप थाने के आसपास
के क्षेत्र में लंबे समय से नशे का कारोबार फल फूल रहा है लेकिन ट्रांज़िट कैंप में
कोई भी प्रभारी हो वो इस कारोबार करने वालों पर अंकुश लगाने में रहता है लगातार मीडिया
में नशीले पदार्थ की अवैध बिक्री को लेकर गाहे बगाहे खबरें प्रकाशित होती है और रद्दी
में चली जाती है ।
कई बार पुलिस के उच्च अधिकारी
कार्यवाही का आश्वासन तो देते है लेकिन धरातल पर कार्यवाही के नाम पर कुछ भी नजर नहीं
आता हाँ इतना जरूर होता है कि पत्रकार द्वारा खबर करने पर स्थानीय पुलिस अधिकारियों
के द्वारा पत्रकार से बदसलूकी जरूर कि जाती है ऐसे कई उदाहरण प्रकाश में आ चुके है
।