बिग ब्रेकिंग:बीजेपी विधायक पर लगा यौन शोषण का आरोप!युवती का दावा विधायक से बेटी भी पैदा

उत्तराखंड में राजनीति की गलियों में अवैध संबंधों का बनना और उनका सोशल मीडिया में उछलना आम बात हो गयी हैदेवभूमि को दागदार बनाने में उत्तराखंड के नेताओ ने कोई कसर नही छोड़ी है । ताज़ा मामला कुमाऊँ मण्डल के द्वाराहाट का है जहां के विधायक महेश नेगी पर उन्ही के विधानसभा क्षेत्र द्वाराहाट की एक महिला द्वारा आरोप लगाया गया है कि विधायक ने उसके साथ पिछले दो साल से शारीरिक शोषण किया है और उन रिश्तों से एक बेटी भी हुई है महिला ने बेटी और विधायक के डीएनए की जांच करने की मांग भी उठायी है।

 

महिला ने सोशल मीडिया पर जारी किए विडियो में अपना नाम प्रीति बिष्ट बताया है जो पहले से ही शादी शुदा है महिला ने एक वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किया है जिसमे उसने साफ साफ द्वारहाट के विधायक महेश नेगी पर आरोप लगाया है कि उन्होने महिला का शोषण किया है जिससे कारण विधायक महेश नेगी से उन्हे एक बेटी भी हुई है जिसके हक के लिए अब वह आवाज़ उठा रही है महिला के अनुसार उसकी आवाज़ को दबाने के लिए विधायक की पत्नी रीता नेगी के द्वारा एक ब्लैकमेलिंग का झूठा मुकदमा भी दर्ज़ करवाया गया है जिसमें विधायक से 5 करोड़ मांगने की बात कही गयी है ,वही विधायक की पत्नी रीता नेगी का कहना है कि प्रीति की शादी शामली के एक व्यक्ति से हुई है जो कि सेना में है महिला का अपने पति से विवाद चल रहा है और वो लड़ झगड़ कर द्वाराहाट आ गयी जिसके बाद उसने उसके विधायक पति पर दबाव बनाना शुरू कर दिया और राजनीतिक जीवन बर्बाद करने की भी धमकी देने लगी इस मामले में दोनों महिलाओं ने एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाए हैं। अब ये मामला थाने तक भी जा पहुंचा है । 


द्वाराहाट से भाजपा विधायक महेश नेगी की पत्नी ने नेहरू कॉलोनी थाने में एक महिला समेत चार लोगों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया है । आरोप है कि ये लोग विधायक को दुष्कर्म में फंसाने और बेटे को जान से मारने की धमकी देकर पांच करोड़ मांग रहे थे।


डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि महिलासेना में तैनात उसके पतिमां और भाभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 386, 389 में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है।


इधरमहिला का आरोप है कि विधायक के पिछले दो साल से उससे संबंध हैं, जिससे उसकी एक बेटी भी है, बेटी का डीएनए का मिलान उसके पति से नहीं हुआ है। अब वह कोर्ट के जरिए बेटी के डीएनए का मिलान विधायक से करवाएगी और बेटी को उसका हक दिलवा कर रहेगी महिला ने साथ ही अपनी जान का डर भी जाहिर किया है महिला को लगता है चूंकि विधायक सत्ताधारी पक्ष का है इसीलिए पुलिस भी महिला कि बात नहीं सुन रही बल्कि दबाव दे रही है  प्राथमिकी महिला की तरफ से भी दर्ज़ होनी चाहिए थी लेकिन अभी तक केवल विधायक के दबाव के चलते देहरादून पुलिस ने युवती पर ब्लैकमेलिंग का झूठा मुकदमा दर्ज़ किया है ।


उत्तराखंड में यौन शोषण से जुड़ा यह कोई नया मामला नहीं है ऐसे कई मामले पहले उजागर हो चुके है जिसमें उत्तराखंड के कद्दावर नेताओं के नाम जुड़े हुए है जब नेताओं के नाम यौन अपराध से जुड़कर सामने आते हैं तो कही न कही शासन और प्रशासन ऐसे मामलों में सत्ता पक्ष के साथ खड़ा नजर आता है जबकि कानून कि बात करें तो न्याय सबके लिए बराबर है चाहे वो नेता हो अभिनेता हो या फिर एक आम आदमी 


राजनीति की गलियां दूर से जितनी सफेद और बेदाग़ दिखाई देती है दरअसल ये उतनी ही ज़्यादा मैली होती चली जा रही है आए दिन महिलाओं  के प्रति हो रहे शोषण से लगता है महिलाओं को किसी वस्तु की तरह इस्तेमाल करना नेताओ के लिए आम बात है बाद में चाहे पीड़ित महिला कितना भी चीख पुकार करे उसकी सुनने वाला कोई नही मामले अखबारों के पन्नो से होते हुए कबाड़ की दुकान तक जा पहुंचते है और  वहाँ महिला की इज़्ज़त कौड़ियों के भाव बिक जाती है ।

अब देखना ये खास होगा कि ज़ीरो टोलरेंस कि दुहाई देने वाली बीजेपी सरकार इस पूरे प्रकरण में निष्पक्ष होकर कार्यवाही करती है या नहीं ? या फिर सत्ता कि हनक में ये मामला भी कहीं दबकर रह जाएगा ।