ब्रेकिंग न्यूज:रक्षा मंत्रालय से जुड़े 25 वर्ष पुराने दस्तावेज होंगे सार्वजनिक

भारत 13 जून 2021: रक्षा मंत्रालय से जुड़े 25 वर्ष पुराने दस्तावेज सार्वजनिक होंगे।मंत्रालय द्वारा शनिवार को नई नीतियां तैयार की गई है जिनके तहत पूर्व में हुए सैन्य अभियानों और युद्धों के कुछ पहलुओं की 25 साल की कट ऑफ अवधि की तुलना में जल्द से जल्द अवर्गीकृत किया जा सकता है जिस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट भी किया है उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि"नीति के अनुसार, अभिलेखों को सामान्यतः 25 वर्षों में अवर्गीकृत किया जाना चाहिए। 25 वर्ष से अधिक पुराने अभिलेखों का अभिलेखीय विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन किया जाना चाहिए और युद्ध/संचालन इतिहास संकलित होने के बाद भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार में स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए।"

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में पहले से कोई समुचित नीतियां उपलब्ध नही थी और सैन्य दस्तावेजों का डिस्क्वालिफिकेशन यानी अवर्गीकृत पर भी स्पष्ट नीति के साथ युद्ध इतिहास लिखे जाने के प्रयास मात्र एक हिस्सा रहे हैं। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि ज़रूरत पड़ने पर पिछले सैन्य अभियानों और युद्ध के कुछ पहलुओं को जल्द ही सार्वजनिक किया जा सकता है।कुछ रिकॉर्ड अब जल्द ही सार्वजनिक डोमेन पर उपलब्ध होंगे।

हालांकि अभिलेखों के डिस्क्वालिफिकेशन की ज़िम्मेदारी पब्लिक रिकॉर्ड एक्ट 1993 और पब्लिक रिकॉर्ड रूल्स अभिलेख नियम 1997 में निर्दिष्ट प्रावधानों के तहत संबंधित संगठनों के पास ही रहेंगी।


रक्षा मंत्रालय ने ये भी कहा है कि युद्ध के इतिहास का समय पर प्रकाशन लोगो को घटनाओ के बारे में सटीक विवरण प्रदान किया जाएगा।साथ ही अकादमिक शोध के लिए प्रमाणिक सामग्री प्रदान करेगा और निराधार अफवाहों का भी खंडन करेगा।लेफ्टिनेंट जनरल भाटिया के अनुसार, यह एक अच्छी नीति है और पारदर्शी होने की नीयत को दर्शाती है।