भाजपा जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर लगाए आरोप

उत्तराखंड के जिला उधम सिंह नगर मुख्यालय से सटे गदरपुर विधानसभा के भाजपा जिला पंचायत उपाध्यक्ष त्रिनाथ विश्वास की मुश्किलें काम होने का नाम नहीं ले रही है एक के बाद एक मामले में भाजपा जिला पंचायत उपाध्यक्ष त्रिनाथ विश्वास पर कानूनी कार्यवाही की तलवार लटक रही है। एक तरफ जहाँ भाजपा जिला पंचायत उपाध्यक्ष सहित कई लोगों पर दिनेशपुर थाना में मुकदमा दर्ज हुआ है तो वहीँ गदरपुर विधानसभा के अंतर्गत दिनेशपुर के युवा कांग्रेस कुमाऊं अध्यक्ष किशोर हालदार ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष त्रिनाथ विश्वास पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़ने का आरोप लगाया है। आरोप लगने के बाद प्रशासन की ओर से मामले की जाँच के आदेश दिए गए हैं, उधर किशोर हालदार ने आरोप लगाया है कि शिकायत करने के बावजूद भी मामले पर अभी तक कुछ भी खुलासा नहीं हुआ है। सरकार के दो कैबिनेट मंत्री जाँच को प्रभावित कर रहे है। गौरतलब है कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष त्रिनाथ विश्वास पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़ने का आरोप है जिसको लेकर चुनाव आयोग ने जाँच के लिए पत्र लिखा है। वहीँ मामला सचिव पंचायतीराज के संज्ञान में आया तो उन्होंने जिलाधिकारी उधम सिंह नगर को इस मामले की जाँच बावत एक पत्र जारी किया है , लेकिन शिकायत करता का आरोप है कि वर्तमान में भाजपा सरकार के चलते अधिकारी कोई भी कार्यवाही करने से बच रहे है। चुनाव लड़ने के दौरान फर्जी दस्तावेज देने के आरोप में डीएम द्वारा चार सदस्यों की कमेटी  बनाकर जाँच के निर्देश दिए गे थे और अधिकारीयों को 15 दिन का समय दिया गया था, पर मामले में 25 दिन बीत जाने के बाद भी अभीतक जाँच रिपोर्ट सामने  नहीं आयी है, जिससे अधिकारिओं की भूमिका संदेह के घेरे में है। शिकायतकर्ता किशोर हालदार  ने सरकार के दो कैबिनेट मंत्री अरविन्द पांडेय और यशपाल आर्य पर जाँच को प्रभावित करने के आरोप लगाए हैं। उधर इस प्रकरण में कैबिनेट मंत्री अरविन्द पांडेय ने मामले में किसी भी प्रकार की जानकारी होने की बात कही है। 


वहीँ दोनों मामले में भाजपा जिला पंचायत उपाध्यक्ष त्रिनाथ विश्वास ने अपना पक्ष रखते हुए मामले में चौका देने वाली बात कही है। उन्होंने अपनी ही सरकार के उच्च नेताओं पर उनको जबरन मामले में फंसाने की बात कही है। त्रिनाथ विश्वास ने बताया कि भाजपा में उच्च नेताओं की जीहजूरी न करने के कारण उन पर लगातार बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे है। क्षेत्र के कुछ नेता अपने क्षेत्र छोड़कर अन्य क्षेत्रों में राजनीति ना करने का दवाब बना रहे है। उन्होंने क्षेत्र के अपनी ही पार्टी के एक जिला पंचायत अध्यक्ष पर खुलकर आरोप लगाया कि कुछ दिन पूर्व फ़ोन के माध्यम से यह धमकी मिली थी कि अगर आप अपना क्षेत्र छोड़कर अन्य क्षेत्रों में राजनीति करेंगे तो परिणाम बहुत ही बुरा होगा, जिसके लिए आपको तैयार रहना होगा। वहीँ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष त्रिनाथ विश्वास ने कहा कि चुनाव आयोग ने चुनाव के दौरान जो-जो दस्तावेज उनसे मांगे थे मैने उन्हें उपलब्ध कराये थे। चुनाव आयोग द्वारा दस्तावेजों के जाँच और सत्यापन के बाद ही मुझे चुनाव लड़ने की अनुमति मिली थी। मुझे जबरन विपक्षी पक्ष के साथ मिलकर मेरी ही पार्टी के लोग मुझे फ़साने की कोशिश कर रहे है। दरअसल, वह लोग जनता में मेरी लोकप्रियता से बौखलाए हुए है। मैंने सच्चे हृदय से जनता की सेवा की है मैं घबराने वाला नहीं, जो भी होगा मैं उसका सामना करूँगा नहीं तो उच्च न्यायालय की शरण में जाकर अपने लिए न्याय की गुहार लगाऊंगा।