भारत देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने फिर पेश की इन्सानियत की बड़ी मिसाल

मानव जीवन अत्यन्त भागदौड़ से भरा है, और इसी भागदौड़ में पैसे की चाह में हम अक्सर रिश्ते-नाते और आपसी सम्बन्धो को भूल जाते है। मानव जीवन के दौड़ते-भागते वक्त में सिर्फ पैसो की ही अहमियत आंकी जाती है। यही कारण है कि लोग इस दौर में अपनों से जुदा होते नजर आ रहे है। लेकिन आज भी कुछ लोग है जो जिन्दगी के भाग-दौड़ में भी इन्सानियत और मानवता को जिन्दा रखे हुए है, ऐसे लोग समाज के लिये एक मिसाल के तौर पर देखे जाते है। बात उनकी जिनको पूरी दुनिया में बड़े ही अदब के साथ एक कामयाब व्यापारी के तौर पर लोग जानते है। हम बात कर रहे है दुनिया के सबसे कामयाब व्यापारियों में से एक ग्रेट रतन टाटा की जिन्होने मानवता की ऐसी मिसाल पेश की है जिसे सुनकर लोग उनकी तारीफों और उनकी इन्सानियत की वाह-वाही कर रहे है। 

यदि आप बीमार हों और आपकी कंपनी के मालिक अचानक आपसे मिलने पहुंच जाएं तो आपको कैसा लगेगा। इस खुशी को बता पाना थोड़ा मुश्किल है। मशहूर उद्योगपति रतन टाटा पारंपरिक उद्योगपतियों से अलग छवि रखते हैं। सफल उद्योगपति होने के साथ ही वे अपनी सरलता और सादगी के लिए भी जाने जाते हैं। 


टाटा इंडस्ट्री के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा की कुछ तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर छायी हुई हैं जिसमें वे अपने पूर्व कर्मचारी के साथ बातचीत करते दिखाई दे  रहे हैं। इस तस्वीर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उद्योगपति रतन टाटा की जमकर तारीफ हो रही है। आपको बता दें कि टाटा समूह की कंपनी में काम कर चुका ये शख्स काफी लंबे वक्त से बीमार है। रतन टाटा अपने इस पूर्व कर्मचारी से उसका हाल-चाल पूछने उसके घर जा पहुंचे। 83 वर्षीय रतन टाटा ने एक बार फिर दरियादिली दिखाई है। दिग्गज उद्योगपति इस कर्मचारी से मिलने मुंबई से पुणे की फ्रेंड्स सोसाइटी में गए थे। यहां पर उन्होंने 2 साल से बीमार चल रहे पूर्व कर्मचारी और उनके परिवार से मुलाकात की। इस घटना को उनके एक करीबी ने सोशल मीडिया पर शेयर की जिसके बाद से हर कोई घटना से जुड़ने के साथ दिग्गज उद्योगपति की जमकर तारीफ और उनकी मानवता के कसीदे पढ़े जा रहे है।


वही मुलाकात के दौरान रतन टाटा ने अपने पूर्व कर्मचारी के परिवार को भरोसा दिलाया कि उन्हें किसी भी चीज की कभी कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने अपने पूर्व कर्मचारी के बच्चों की पढ़ाई के खर्चे का जिम्मा भी उठाया है। यकीनन टाटा ने सराहनीय काम तो किया है वरना आज के दौर में शायद ही कोई ऐसा मालिक और अधिकारी हो जो अपनी कंपनी के किसी कर्मचारी का हालचाल लेने उसके घर पहुंच जाए। बता दें कि रतन टाटा अक्सर ऐसे सार्वजनिक कार्यों के जरिए लोगों का दिल जीतते आए हैं।