मुर्गे ने अपने ही मालिक का किया कत्ल, पुलिस ने हत्या के आरोप में मुर्गे को किया गिरफ्तार

हमारे भागदौड़ भरे जीवन में हमें अक्सर जानवर पालने की ललक रहती है, कई बार इन जानवरों को अपनी आमदनी या फिर अपने शौक और पसन्द को पूरा करने के लिये पाला जाता है। जानवरों को पालते-पालते हम भावनाओं में बहकर जानवरों को इन्सान की भांति या उससे अधिक चाहने लगते है। ऐसे पालतू जानवर के बिछड़ने पर या उसे शारीरिक रोग में नुकसान पहुंचने पर हमें बहुत दुःख पहुंचता है।


लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि मुर्गा भी कत्ल कर सकता है, यह बात सुनकर आपको भी आश्चर्य जरूर हुआ होगा लेकिन यह वास्तव में सच है और यह घटना तेलंगाना मे घटी है जहां एक व्यक्ति का कत्ल किसी इंसान ने नहीं बल्कि एक मुर्गे ने की है। पुलिस ने पहली बार किसी मौत के मामले में एक मुर्गे को अपनी हिरासत में लिया है, और अब मुर्गे को जल्द कोर्ट में जज के सामने पेश करने की तैयारी की जा रही है।


जानकारी के अनुसार मामला तेलंगाना के जगतियाल जिले का है, जहां येल्लम्मा मंदिर में मुर्गों की लड़ाई का खेल चल रहा था। इसी दौरान एक मुर्गे ने 45 वर्षीय अपने मालिक टी. सतीश पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।


दरअसल तेलांगाना शहर में अक्सर मुर्गो की लड़ाई की खेल प्रतियोगिता अवैध रूप से आयोजित की जाती है इसमें दो मुर्गो को आपस में लड़ाया जाता है इस लड़ाई के दौरान मुर्गो के पैरो में धारदार चाकू बांध दिया जाता है। लड़ाई के दौरान दोनो मुर्गे एक दूसरे पर अपने पैर पर बंधे चाकू से हमला करते है इस अवैध खेल प्रतियोगिता में लड़ाई के दौरान कोई एक मुर्गा दूसरे मुर्गे को अत्याधिक घायल या जान से मारकर विजेता बनता है। तेलांगाना में बीते रोज एक बार फिर मुर्गो के अवैध लड़ाई खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, प्रतियोगिता में मुर्गे से लड़ाई के दौरान एक मुर्गा अचानक आक्रोशित हो गया और आपा खोकर अपने ही मालिक के पेट और जांघ के बीच हमला करते हुए गहरा घाव कर दिया, पैरों में चाकू बंधे होने के कारण मुर्गा छटपटाने लगा, इसी दौरान मुर्गे के पैरों में बंधे चाकू से 45 वर्षीय सतीश के जांघ का ऊपरी हिस्सा कट गया इतना ही नही मुर्गे के वार से एक बार चाकू पेट में भी लग गया। इसके बाद सतीश को तुरंत ही नजदीकी अस्पताल ले जाया गया लेकिन सतीश को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मुर्गा लड़ाई पर तेलंगाना में बैन लगा हुआ है लेकिन येल्लम्मा मंदिर में इसे अवैध रूप से चुपचाप आयोजित किया जा रहा था। इस मामले की जांच के बाद पुलिस उस मुर्गे को गोल्लापल्ली पुलिस थाने ले आई है, जहां उसे पुलिस कर्मचारियों की निगरानी में रखा गया है। हालांकि पुलिस मुर्गे की गिरफ्तारी की बात को नकार रही है लेकिन पुलिस ने मुर्गे के लिए दाना-पानी की भी व्यवस्था की है। गोल्लापल्ली के पुलिस ने स्पष्ट किया है कि मुर्गे को अरेस्ट नही किया गया है, हालांकि पुलिस मुर्गे को कोर्ट के सामने पेश करेगी जज के निर्देश के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।