राफ्टिंग का रोमांच बस दो दिन और।

इस गर्मियों की छुट्टी में आप भी गंगा की लहरों में राफ्टिंग के रोमांच लुफ्त उठाना चाहते हैं, तो इस वीकेंड पर ऋषिकेश चले आइए।अन्यथा फिर दो महीने का इंतजार करना पड़ेगा। गंगा की लहरों पर रोमांच के लिए अब सिर्फ 2 दिन शेष रह गए 30 जून को मानसून काल के लिए राफ्टिंग का सफर थम जाएगा। गंगा के कौड़ियाला, मुनीकिरेती ईको टूरिज्म जोन में होने वाली रिवर राफ्टिंग विश्व भर में पहचान रखती है। यहां राफ्टिंग के लिए बड़ी संख्या में देशी- विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं, पिछले कुछ वर्षों से गंगा की लहरों पर रोमांच के इस साहसिक खेल ने विश्वपटल पर खासी पहचान बनाई है| ऋषिकेश क्षेत्र में सर्वाधिक पर्यटक राफ्टिंग की वजह से ही पहुंचते हैं, ग्रीष्मकालीन अवकाश में राफ्टिंग का रोमांच अपने चरम पर रहता है, मैदानी क्षेत्रों में गर्मी पड़ने के साथ लोग राहत के लिए राफ्टिंग को चुनते हैं। यही वजह है कि वीकेंड पर तीर्थ नगरी पर्यटकों से पैक हो जाती है, लेकिन अब राफ्टिंग का रोमांच महसूस करने के लिए सिर्फ 2 दिन बाकी रह गए हैं मानसून काल में गंगा का जलस्तर बढ़ने पर सुरक्षा की दृष्टि से 2 माह के लिए राफ्टिंग को बंद कर दिया जाता है। राफ्टिंग का शौक रखने वालों और राफ्टिंग व्यवसायियों के लिए इस बार सुखद यह है कि वीकेंड के साथ ही राफ्टिंग सत्र का समापन हो रहा है, जिससे की खासी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद लगाई जा रही है। अब दोबारा राफ्टिंग सत्र 1 सितंबर से शुरू होगी|