वसीम रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट में डाली याचिका में कहा कुरान की 27 आयतें फैला रही है आतंकवाद इन्हें हटाना बेहद जरूरी
शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी कुरान की आयतों पर सुप्रीम
कोर्ट में याचिका डालने के बाद सख्त विरोध झेल रहे हैं. बीते रविवार को लखनऊ में
उनकी 'हयाती कब्र' तक तोड़ दी गई. दरअसल, वसीम रिज़वी ने सुप्रीम
कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर मांग की है कि क़ुरआन-शरीफ से 26 आयतें निकाल दी जाएं
क्योंकि ये आयतें आतंकवाद की शिक्षा देती हैं. इससे मुसलमानों में भारी रोष है ।
लखनऊ में हुए एक सम्मेलन में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने ऐलान किया कि मुल्क के किसी भी
कब्रिस्तान में दफन होने के लिए वसीम रिज़वी जमीन नहीं दी जाएगी और न ही कोई मौलाना
उनके जनाज़े की नमाज़ पढ़ाएगा. देखिए ये रिपोर्ट और जानें पूरा मामला ...
वसीम रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा है कि कुरान कि 26 आयतें आतंकवाद सिखाती है इसलिए इन आयतों को कुरान से निकाल दिया जाये वसीम रिजवी का दावा है कि ये आयतें बाद में जोड़ी गयी है । विरोध होने के पश्चात वसीम रिजवी ने विडियो संदेश में कहा है कि हम अकेले एक तरफ है और पूरा इस्लामिक वर्ल्ड एक तरफ है लेकिन हमें इसकी कोई परवाह नहीं हमारे बीवी बच्चे और रिश्तेदार सभी हमें छोड़कर जा रहे है लेकिन हम किसी के जाने की कोई परवाह नहीं करते हम अपने हक में है हम वसीयत भी करते है कि जब भी हमारा इंतकाल हो जाए तो मेरे पास चार ऐसे दोस्त है, हो सकता है वो मेरे कुरान शरीफ के मामले में हमसे सहमत न हो लेकिन वो हमारे जाती दोस्त है जो हमें कब्रिस्तान तक पहुंचा सकते है । हम इस लड़ाई को अंत तक ले जाएंगे और आंखिरी दम तक लड़ेंगे जब हमें लगेगा कि हम लड़ाई हार रहे है तो हम सुसाइड कर लेंगे लेकिन पीछे नहीं हटेंगे ।
रिजवी
के खिलाफ तहरीर बीजेपी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता अमील शमसी ने दी
है। चौक एसएचओ विश्वजीत सिंह का कहना है कि शिकायत की जांच की जा रही है। पड़ताल
के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बीजेपी अल्पसंख्यक
प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष जीशान खान समेत कई मौलानाओं ने कश्मीरी मोहल्ला स्थित
रिजवी के घर के बाहर कुरान की उन 26 आयतों की तिलावत की, जिन्हें
वायरस बताकर हटाने की अपील की गई है।
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की कार्रवाई की मांग
शिया
और सुन्नी धर्म गुरुओं ने करोड़ों मुसलमानों के मजहबी जज्बातों से खिलवाड़ का आरोप
लगाते हुए रिजवी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। धर्मगुरुओं ने कहा कि इस
याचिका के जरिए देश-दुनिया के मुसलमानों के जज्बात को भड़काया गया है। उन्होंने
सुप्रीम कोर्ट से याचिका को खारिज करने की अपील की है।
'वसीम रिजवी ने जज्बात भड़काए'
ऐशबाग
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि कुरान-ए-पाक अल्लाह की सबसे
पवित्र किताब है। कुरान किसी इंसान पर नहीं, बल्कि पैगंबर मोहम्मद
साहब पर नाजिल (अवतरित) किया गया था। 26 आयतों को तो छोड़ दीजिए, कुरान-ए-पाक
से एक हर्फ, जेर, ज़बर
की भी तब्दीली नहीं कर सकता। इससे देश-दुनिया के मुसलमानों के जज्बात को भड़काया
गया है। मौलाना ने उम्मीद जताई है कि यह याचिका खारिज कर दी जाएगी।
वसीम की गिरफ्तारी हो: कल्बे जवाद
इमाम-ए-जुमा व शिया धर्मगुरु
मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने वसीम रिजवी को इस्लाम का दुश्मन करार दिया है। उन्होंने
कहा कि वसीम रिजवी का इस्लाम और शिया समुदाय से कोई लेना-देना नहीं है। वह चरमपंथी
और मुस्लिम विरोधी संगठनों के एजेंट हैं। मौलाना जवाद ने कुरान की 26 आयतें
हटाने की बात कहने पर सरकार से वसीम की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि
वक्फ बोर्ड की सीबीआई जांच चल रही है। ऐसे में वसीम ऐसे बयान देकर अपनी बेईमानी और
भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल रहे हैं।
कुरान इंसानियत का पैगाम देता है: यासूब अब्बास
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना
यासूब अब्बास ने कहा कि कुरान-ए-पाक कहता है कि ‘लकुम दिनकुम वलिया दीन’ यानी
तुम्हारा दीन तुम्हारे साथ, हमारा दीन हमारे साथ। पैगंबर
मोहम्मद साहब के बाद पहले इमाम हजरत अली और सभी 12 इमाम में किसी ने भी कुरान में
एक भी बिंदी में रद्दोबदल नहीं की। कुरान अल्लाह की किताब है, किसी
के घर की लिखी हुई नहीं, जो इसमें रद्दो-बदल की जाए।
दिमागी संतुलन खो चुके हैं वसीम: सुफियान निजामी
दारुल उलूम फरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान
निजामी ने कहा कि वसीम अपना दिमागी संतुलन खो चुके हैं। उनका मकसद समाज में
एक-दूसरे को लड़ाना है। यजीद जैसे लोग फना हो चुके हैं। कुरान था, है
और हमेशा इसी तरह रहेगा।
कुरान को आतंकवाद से
जोड़ना निंदनीय: सैफ अब्बास
शिया
चांद कमिटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास कहा कि पूरी दुनिया के मुसलमानों के हर
फिरके का कुरान-ए-पाक पर पूरा ऐतबार है। अल्लाह की इस किताब में अच्छाइयां बताई गई
हैं। वसीम ने इस पाक किताब के बारे में जो कहा कि आंतकवाद को प्रेरित करता है, यह
बेहद निंदनीय है।
महिलाओं ने वसीम रिजवी के पोस्टर फूंके
दयानुद्दौला
कर्बला में शनिवार को सालाना मजलिस के बाद महिलाओं ने वसीम रिजवी के पोस्टर फूंके।
महिलाओं ने वसीम रिजवी को सनकी करार देते हुए कहा कि उन्होंने कुरान की बेइज्जती
की है। महिलाओं ने न्यायपालिका से वसीम की बात नजरअंदाज करने और सरकार से कानूनी
कार्रवाई करने की अपील की। वहीं, मलिहाबाद में भी लोगों ने
कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन किया और वसीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। इस
पर मलीहाबाद
एसओ चिरंजीव मोहन ने तहरीर लेकर जांच करने का
आश्वासन दिया।