वाह रे त्रिवेंद्र जी आपने ये क्या कह दिया, यहाँ लोग मर रहे है, और आप वायरस को जिंदा रखना चाहते है

देश विदेश में कोरोना जमकर उत्पात मचा रहा है बड़ी संख्या में लोग इससे अपनी जिंदगी की जंग हार रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान खासा चर्चाओं में है जी हां पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मैं एक दार्शनिक बात करता हूं कि कोरोनावायरस भी एक प्राणी है और उसे भी जीने का अधिकार है। उनके अनुसार कोरोनावायरस के पीछे हम लोग पड़े हुए हैं हम उसे खत्म कर देना चाहते हैं, लेकिन वह भी अपने बचने के लिए तरह-तरह के रूप बदल रहा है, वह बहरूपिया बनता जा रहा है, ऐसे में मेरा इतना कहना है कि वायरस तू भी चल और हम भी चलते हैं।बस हमें अपनी चाल उस वायरस से तेज रखनी होगी, उस से दूरी बनाए रखनी होगी।


त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा मैं अपना इलाज करा कर दिल्ली से लौटा तो मीडिया से मैंने एक दार्शनिक बात की, मैंने कहा कि एक दार्शनिक बात यह कि वायरस भी एक प्राणी है, हम भी एक प्राणी है हम अपने आपको ज्यादा बुद्धिमान समझते हैं। उस वायरस को भी जीने का अधिकार है, हम लोग उसके पीछे पड़ गए हैं तो बहरूपिया हो गया है, रोज अपना रूप बदल रहा है। मैं दार्शनिक बात करता हूं कि वायरस को भी जीने का अधिकार है। हमें उससे दूरी बना कर चलना होगा। उसका भी जीवन है, वह भी अपने जीने के लिए तमाम रूप बदल रहा है। यह दार्शनिक पक्ष है कि तू भी चल और हम भी चलते हैं, लेकिन हमें अपनी चाल तेज करनी होगी ताकि हम वायरस से आगे निकल जाए।