विधायक के बेटे पर लगा अपहरण का आरोप

रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसके पुत्र को एक मौजूदा विधायक का बेटा अपने साथियों के साथ अपहरण कर ले गया है, इतना ही नही आरोप है कि विधायक के पुत्र ने अपने साथियों के साथ उसके घर मे घुसकर उसके बेटे के साथ मारपीट भी की और खूब तांडव मचाया, लेकिन पुलिस इस मामले को अपहरण से ना जोड़कर लेन देन का बता रही है। दरअसल बीती रात सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के जादूगर रोड निवासी एक महिला ने कोतवाली पुलिस को बताया कि उसके पुत्र उज्ज्वल भाटिया को भगवानपुर विधायक ममता राकेश का पुत्र जबरन उठाकर ले गया। साथ ही घर मे मौजूद बेटों के साथ मारपीट भी की गई। सूचना पर पुलिस ने विधायक से सम्पर्क किया तो मालूम हुआ कि मामला लेन देन से जुड़ा है और अपहरण का आरोप बेबुनियाद है। बरहाल पुलिस भगवानपुर पहुँची और उज्ज्वल भाटिया को अपने साथ रुड़की कोतवाली ले आई। इसके बाद भगवानपुर विधायक और उनके बेटे समेत कलियर विधायक व रुड़की के पूर्व मेयर अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुँच गए, काफी देर तक दोनों पक्षो के बीच बातचीत चलती रही।




आपको बता दें, रुड़की के जादूगर रोड निवासी पारुल भाटिया ने रुड़की सिविल लाइन कोतवाली पुलिस को जानकारी दी कि भगवानपुर विधायक ममता राकेश का पुत्र अभिषेक राकेश अपने साथियों के साथ उनके घर आया और घर मे मौजूद उनके बेटों के साथ मारपीट कर उनके बेटे उज्ज्वल भाटिया को उठाकर अपने साथ ले गया, पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए भगवानपुर विधायक से सम्पर्क किया तो मालूम हुआ कि मामला लेनदेन का है और अपहरण की बात झूठी है। इसके बाद रुड़की पुलिस भगवानपुर पहुँची और उज्ज्वल भाटिया को अपने साथ कोतवाली ले आई। जहां उज्ज्वल भाटिया से भी पुलिस ने पूछताछ की, देखते ही देखते भगवानपुर विधायक, कलियर विधायक व रुड़की नगर निगम के पूर्व मेयर भी कोतवाली पहुँच गए। जहां दोनों पक्षो को पुलिस ने सुना, इस दौरान सीओ चंदन सिंह बिष्ट ने बताया मामला इंश्योरेंस से जुड़ा है। विधायक के पुत्र ने अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस उज्ज्वल भाटिया से कराया था, लेकिन जब क्लेम लेना चाहिए तो नही मिला, जिसपर कई बार दोनों के बीच बातचीत भी हुई। पुलिस की माने तो उज्वल भाटिया को भगवानपुर बुलाया गया था जिसे विधायक का पुत्र अपने साथ लेकर गया था, लेकिन उधर उज्ज्वल की माँ विधायक पुत्र पर साफ आरोप लगा रही है कि उसके बेटे को जबरन उठाकर ले जाया गया था, फिलहाल दोनों पक्षो के बीच बातचीत चल रही है, खबर लिखे जाने तक कानूनी कार्यवाही नही की गई है।




बता दें, जिले की राजनीति में उस समय भूचाल आ गया जब दो विधायक और पूर्व मेयर अपने दर्जनों समर्थकों के साथ रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में आ पहुँचे, साथ ही भगवानपुर विधायक के बेटे अभिषेक राकेश भी अपने सेंकडो समर्थकों के साथ करीब आधा दर्जन गाड़ियों में सवार होकर कोतवाली पहुंच गए, देखने में ऐसा लग रहा था कि किसी फिल्म की शूटिंग चल रही हो।