साइबर ठगों का जाल दिनों दिन बढ़ रहा, सावधान रहें

हाईटैक दौर में तमाम चीजे हाईटैक होती जा रही है, सामान ख़रीदने से लेकर बैंकिग तक के कार्य ऑनलाइन हो गए है। ऐसे में असामाजिक तत्वों ने भी ठगी के हाईटैक तरीके इज़ाद किए है। ठगी करने वाले तत्व सोशल नेटवर्क पर सक्रिय है और ठगी के नए-नए तरीकों से लोगो को ठग रहे है। पिछले कुछ सालों से ऑनलाइन ठगी के मामले प्रकाश में आते रहे है, जिसमे बैंक अकाउंट से लेकर पेटीएम या अन्य सोशल नेटवर्किंग के जरिये ठगी की घटनाएं शामिल है। बड़ी बात ये है कि ये ठग पुलिस की पहुँच से भी दूर रहते है, जिसका सीधा खामियाजा सीधे साधे लोगो को भुगतना पड़ता है। पिछले कुछ महीनों से साइबर ठगों द्वारा फर्जी फेसबुक के जरिये ठगी करने का नया मंसूबा इज़ाद किया है। साइबर ठग पहले तो किसी की फर्जी फेसबुक आईडी क्रिएट करते है फिर उसके कांटेक्ट को रिक्वेस्ट भेजकर पैसों की डिमांग करते है। कुछ लोग ऐसे ठगों के जाल में फस जाते है और कुछ बच निकलते है। ऐसा आमजन के साथ ही नही बल्कि पुलिस अधिकारियों के साथ भी हो रहा है। साइबर ठगों ने आमजन के साथ-साथ पुलिस के उच्चाधिकारियों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जबकि पुलिस सिर्फ साइबर सेल तक सीमित है। 





आपको बता दे इन दिनों फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर लोगों को ठगने वाला गिरोह सक्रिय नजर आ रहा है। पुलिस अधिकारियो से लेकर आम जनता की फेसबुक फर्जी आईडी बनाकर लोगों से ठगी का काम किया जा रहा है। इस मामले में पुलिस भी सिर्फ साइबर सेल तक सीमित रह जाती है। ये गिरोह सोशल नेटवर्क पर सक्रिय रहते है औऱ अपना शिकार देखकर उसकी फर्जी फेसबुक आईडी क्रिएट करते है, इसके बाद उसके कांटेक्ट को रिक्वेस्ट भेजी जाती है और अर्जेंट पैसों की डिमांग की जाती है। इस मामले में सीओ रुड़की चंदन सिंह बिष्ट का कहना है कि इसके लिए जनता को खुद ही जागरूक होना पड़ेगा ताकि इस तरह के साइबर ठगों से बचा जा सकता है। क्योंकि इन मामलों में जांच के बाद नतीजे तक पहुँचना मुशिकल होता है। पुलिस अपना काम करती है लेकिन लोगो को भी जागरूकता दिखानी पड़ेगी, ताकि साइबर ठगों के मंसूबो को नाकाम किया जा सके।



 सीओ रुड़की चंदन सिंह बिष्ट - फोटो