सावधान ,कही आप तो ठगों का शिकार होने तो नही जा रहे ?

नैनीताल जैसे शान्त शहर में भी अब धोखेधड़ी के मामले सामने आने लगें हैं।शायद बेरोजगारी ही इस कदर फैल चुकी है कि जाने अंजाने में बेरोजगार युवा नौकरी दिलवाने के झांसे में आकर नटवरलाल जैसे धोखेबाजों के जाल में बड़ी आसानी से फंस जाते हैं । नैनीताल में भी एक ऐसे ही नटवरलाल के बिछाये जाल में तीन युवक फंस गये और चार लाख से ज्यादा की चपत लगवा बैठे। अब जब पानी की तरह पैसा बहाने के बाद भी इन युवकों के हाथ कुछ नहीं लगा तो ये तीनो नैनीताल के पुलिस थाने में पहुंच गये अपनी शिकायत दर्ज करवाने।

पूरा मामला क्या है अब बताते हैं आपको । नैनीताल में एक फर्जी कर्नल 'सूर्य प्रताप सिंह' के नाम से रह रहा था जो कि फौज में भर्ती करवाने के नाम पर भोले भाले नौजवानों को अपने जाल में फांस कर उनसे पैसे ऐंठने का काम कर रहा था।  जिन नौजवानों ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई है, उनमें से कमल कुमार नाम का युवक नैनीताल के एक होटल में काम करता है और दूसरे नौजवान के पिता नैनी झील में नौका चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं,उन्होंने अपने बेटे की नौकरी के लिये अपनी पत्नी के गहने तक गिरवी रख दिये थे,एक लाख रूपये बड़ी मुश्किल से जोड़ कर उन्होंने वो पैसे फर्जी कर्नल को दे दिये, कर्नल के जाल में फंसा तीसरा युवक बागेश्वर का है और वहीं एक होटल में काम कर अपना परिवार चलाता है। इन तीनों ही नौजवानों की मुलाकात कर्नल से एक होटल में हुई थी,जहां अपने झूठी बातों के मकड़जाल में कर्नल ने तीनो को फंसा लिया।

कल देर रात कमल कुमार ने नैनीताल की मल्लीताल कोतवाली में जाकर सूर्य प्रताप नाम के व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई कि कुछ समय पहले उनकी मुलाकात सूर्य प्रताप सिंह से हुई थी, जो खुद को भारतीय सेना का कर्नल बताता था, उसने बताया कि उसका काम युवाओं को फौज में नौकरी दिलवाने का है,जिसके लिये वह छः लाख रूपये लेता है।कमल के स्वभाव से कर्नल बहुत प्रभावित था इसलिये कर्नल ने कमल को छः लाख की जगह तीन लाख में फौज में नौकरी दिलवाने का वादा किया। कमल कुमार ने तीन लाख रूपये तीन किश्तों में कर्नल को दिये। पैसे मिलने के बाद कर्नल ने नैनीताल के ही दो अन्य युवाओं से भी संपर्क किया और उनसे भी कर्नल ने करीब दो लाख से ज्यादा पैसे ठग लिये। कर्नल ने इन तीनों युवाओं को 'अल्मोड़ा ट्रेनिंग सेंटर' का काॅल लैटर भी दिया था, जो कि पूरी तरह फर्जी निकला। तीनो युवकों को जब ठगा महसूस हुआ तो तीनों ने नैनीताल की मल्लीताल कोतवाली में जाकर फर्जी कर्नल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। 

मामला सामने आने के बाद पुलिस ने अपने स्तर पर तफ्तीश शुरू कर दी है। साथ ही कर्नल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी खोजबीन शुरू कर दी है। केनरा बैंक की पास बुक में कर्नल का नाम सूर्यप्रताप नहीं बल्कि मनोज कुमार लिखा हुआ है।आखिर कर्नल का असली नाम क्या है और इन तीनो युवको के अलावा और किन किन को कर्नल ने अपने जाल में फांसा ये भी पुलिस तलाश करने में जुट गयी है। फर्जी कर्नल के द्वारा की गयी ठगी के बाद आर्मी इंटेलिजेंस ब्यूरो भी अब सक्रिय हो गयी है।