हरिद्वार जेल को जैमर और सीसीटीवी कैमरे की नजर में रखने की जिला प्रशासन की तैयारी

हरिद्वार जेल में गैंगरेप के आरोपियों के साथ बंदी रक्षकों द्वारा मारपीट के मामले में जिलाधिकारी सी रविशंकर द्वारा कड़ी कार्यवाही की बात की जा रही है। लक्सर निवासी दो सगे भाई गैंग रेप के आरोप में हरिद्वार जेल में बंद थे। कुछ दिन पूर्व खाने को लेकर इनका विवाद बंदी रक्षकों से हुआ था। इसी विवाद के चलते बंदी रक्षकों ने दोनों भाइयों को बड़ी बेरहमी से पीटा जिससे उनको काफी चोटें आई। जेल में बंद गैंगरेप के आरोपियों के पिता जब जेल में उनसे मुलाकात करने पहुंचे तब उनके द्वारा अपने पिता को यह बात बताई गई। पिता द्वारा इस मामले में सिडकुल थाने में तहरीर दी गई, पुलिस ने तहरीर के आधार पर पाच बंदी रक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और मामले की जांच में जुट गई है। अब इस मामले में जिलाधिकारी हरिद्वार ने भी जिला कारागार जाकर निरीक्षण किया है और कारागार में कई अहम बदलाव करने का निर्णय लिया है। वही जिलाधिकारी ने भी निष्पक्ष और उचित कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया है।  


हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष और उचित कार्यवाही की जाएगी। हमारे द्वारा इस पूरी प्रक्रिया का संज्ञान लेकर हरिद्वार कारगार का निरीक्षण भी किया गया है और  इस मामले में मुकदमा भी दर्ज हो चुका है। जांच के बाद मामले में कार्यवाही की जाएगी और पूर्व के निरीक्षण के दौरान कुछ बड़े निर्णय लिए गए है। हरिद्वार कारागार में मोबाइल फोन का उपयोग ना किया जा सके इसके लिए जैमर लगाए जाएंगे। साथ ही कारागार में विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाने की तैयारी की जा रही है। इनका कहना है कि मुख्य रूप से कारागार में बंद कैदियों की जीवन शैली में परिवर्तन लाने के लिए योगा कराने वाले संस्थाओं और अन्य दूसरी संस्थाये जो मानव जीवन शैली में परिवर्तन लाती है। इनका सहयोग लेने का निर्णय लिया गया है। जल्द ही सभी निर्णय जमीनी स्तर पर क्रियान्वित किए जाएंगे।


जिला कारागार में बंदीरक्षकों द्वारा गैंगरेप के कैदियों के साथ की गई मारपीट की घटना में 5 बंदीरक्षकों के खिलाफ सिडकुल थाने में मुकदमा तो दर्ज हो गया है और मामले में जिलाधिकारी भी जांच के बाद कार्यवाही की बात कर रहे है। मगर देखने वाली बात यह होगी को कब तक इस मामले में जांच पूरी कर निष्पक्ष कार्यवाही की जाती है।