होम आइसोलेशन को लेकर त्रिवेंद्र सरकार ने जारी किए निर्देश

दिल्ली की तर्ज पर अब उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस से संक्रमित उन मरीजो को होम आइसोलेशन की सुविधा मिल सकेगी जिनमे कोरोना के लक्षण बहुत कम होंगे या लक्षण ना के बराबर होंगे।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ये निर्देश शनिवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग और समस्त जिलाधिकारियों को दिए हैं।उन्होंने कहा है कि डॉक्टरों को टीम जांच एवं मानकों के हिसाब से ही होम आइसोलेशन की व्यवस्था की जाए और यदि स्थिति चिंताजनक हो तो होम आइसोलेशन के बजाय अस्पताल या कोविड केयर सेंटर को ही प्राथमिकता दी जाए।

गौरतलब है कि देश मे अब कोरोना वायरस से ग्रसित ऐसे मरीजो की संख्या में ज़्यादा इजाफा हो रहा है जिनमे कोरोना के लक्षण ना के बराबर है,दिल्ली में कोरोना वायरस के ऐसे ही बिना लक्षण वाले मरीजो को होम आइसोलेशन किये जाने के बाद कोरोना केसों में गिरावट आने लगी ,केंद्र सरकार की सलाह पर उत्तराखंड राज्य में भी होम आइसोलेशन की सुविधा अब अनुमान्य होगी,क्योंकि ऐसे मरीज यदि समाज से दूर घर पर ही रहकर इलाज करवाये तो कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है।केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी ये सलाह दी है इसके लिए दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं,जिसके अनुसार हल्के कोरोना लक्षण वाले मरीज के पास यदि घर मे ही आइसोलेशन की बेहतर सुविधा है तो वो होम आइसोलेशन का पालन कर सकते हैं

इसके लिए निर्देश इस तरह हैं:

अगर डॉक्टर ने किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण की संख्या काफी कम बताई है, तो वह होम आइसोलेशन कर सकता है.

घर पर आइसोलेशन की सुविधा होनी चाहिए, साथ में रहने घर वालों के लिए भी अलग रहने की सुविधा होनी चाहिए.

24 घंटे के लिए एक सहायक साथ में होना चाहिए, जो लगातार अस्पताल के संपर्क में रहे.

कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले, साथ में रहने वाले व्यक्ति को डॉक्टर की सलाह के अनुसार हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन लेनी चाहिए.

आरोग्य सेतु ऐप को अपने फोन में डाउनलोड करें.

संक्रमित व्यक्ति को लगातार अस्पताल और जिला के मेडिकल अधिकारी को अपनी सेहत की जानकारी देनी होगी.