आवाज़ इम्पैक्ट : 1 नवंबर रविवार से स्कूल खोलने को लेकर जारी किए आदेश में शिक्षा मंत्री ने किया संशोधन

आवाज़24x7उत्तराखंड की खबर का असर एक बार फिर हुआ है उत्तराखंड की सोई हुई सरकार को जगाने के लिए आवाज़24X7 न्यूज़ पोर्टल ने राज्य सरकार के एक नवंबर को स्कूल खोलने पर खबर बनाई थी कि एक नवंबर को रविवार है । 


त्रिवेंद्र रावत की सरकार जल्दी बाजी में ये भूल गयी थी महीने की पहली तारीख के चक्कर मे रविवार की छुट्टी ना तो सीएम साहब को याद रही ना मंत्रिमंडल में ना सूबे के अधिकारियों को ही ये याद रहा।आवाज़ की खबर पर तमाम लोगो ने कॉमेंट किये और रविवार को स्कूल खोलने की ये खबर पढ़ते ही अब सरकार अपने निर्णय को सुधारती नज़र आ रही है।उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने अपने फेसबुक एकाउंट पर जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि"जनभावनाओं को महत्व देते हुए आज उत्तराखंड केबिनेट की बैठक  में लिए गए निर्णयानुसार :-

प्रदेश के विद्यालय दिनांक 2 नवम्बर2020 से खोले जाएंगे,जिसके अंतर्गत प्रथम चरण में 10वीं और 12वीं की कक्षा को शुरू किया जाएगा।

वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत विद्यार्थियों की सुरक्षा हेतु सुरक्षा के सभी इंतज़ाम किये जायेंगे।

कोरोना काल के दौरान अभिभावक ,बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए बिना किसी दबाव के स्वतंत्र होंगे"।

आपको बता दें कि बुधवार को उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्य मंत्रिमंडल ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया,लेकिन मंत्रिमंडल ये भूल गया कि 1 नवम्बर को रविवार है जो अवकाश का दिन होता है स्कूल खोलने की तारीख़ पर उत्तराखंड सरकार पर ट्रोलर्स के निशाने पर आ खड़ी हुई ,स्कूल खोलने का दिन सोमवार रखा जाता तो ज़्यादा ठीक रहता,लेकिन राज्य सरकार ने महीने की पहली तारीख तो ध्यान में रखी पर दिन भूल गई। दो नवम्बर से स्कूल खोलने की जानकारी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने दी थी,उन्होंने बताया था कि जिला शिक्षा अधिकारियों और छात्रों के माता-पिता से सलाह लेने के बाद जिला मजिस्ट्रेट की प्रतिक्रिया पर स्कूलों को एक नवंबर से खोलने का निर्णय लिया गया है।मदन कौशिक ने संवाददाताओं से ये भी कहा था कि, "हालांकि, स्कूलों को केवल इन दो क्लासेस के लिए खोला जा रहा है, इसके लिए स्कूलों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे केंद्र सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालन सुनिश्चित करें, जिसमें अनिवार्य रूप से चेहरे को मास्क से ढकना, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों को सैनिटाइज करना आदि शामिल है।

बहरहाल सोते हुए कोई भी आदेश देना उत्तराखंड की डबल इंजन की सरकार की आदत बन गयी है और सोई हुई इस सरकार को जगाने के लिए मीडिया की अहम भूमिका रहती है कभी ये सरकार तुरंत जाग भी जाती है और कभी कुम्भकर्णी नींद से जागती ही नहीं ।