एक मुलाकात!सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद शशि थरूर को मिली राहुल गांधी को टक्कर देने के लिए अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की अनुमति!सोनिया बोली It's Your Call
कांग्रेस पार्टी कभी देश की सबसे मजबूत राजनीतिक पार्टियों में नम्बर वन पर रही है। आज देश मे कांग्रेस का जो हाल है वो किसी से छुपा नही है। पुत्र प्रेम में जिस तरह पार्टी सुप्रीमो सोनिया गांधी ने कांग्रेस की दुर्गति की है उस स्थिति से उभरने के लिए पार्टी की कमान किसी मजबूत नेता के हाथों में आनी ज़रूरी भी है और समय की मांग भी है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर पिछले कई सालों से कांग्रेस अपनी ही पार्टी के लोगो के निशाने पर रही है। इस बार कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी ने शशि थरूर को भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए हरी झंडी दिखा दी है। जी हां शशि थरूर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार है उनकी राजनीतिक पकड़ राहुल गांधी के मुकाबले कहीं ज़्यादा है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोमवार को अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से 10 जनपद पर मुलाकात की. उस मुलाकात के दौरान उन्होंने अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भी सवाल पूछा. जानने का प्रयास रहा कि क्या वे कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं?
अब खबर है कि सोनिया गांधी ने भी थरूर को दो टूक जवाब दिया है. कहा गया है कि It's ur call. चुनाव चुनावी प्रक्रिया के तहत ही हों. सोनिया के इस जवाब ने गेंद अब शशि थरूर के पाले में डाल दी है. वे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहते हैं या नहीं, उनका निजी फैसला रहने वाला है.
सोनिया गांधी ने बातचीत के दौरान ये भी स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए हर कोई स्वतंत्र है. गांधी परिवार की तरफ से कोई आधिकारिक उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है. इस बातचीत के बाद कांग्रेस सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि शथि थरूर भी इस बार अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले हैं.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही थरूर ने अध्यक्ष पद के चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर सवाल उठाए थे। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक शशि थरूर से मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि चुनाव पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष होंगे। माना जा रहा है सोनिया से आश्वासन मिलने के बाद थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। थरूर का पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। इससे पहले कांग्रेस कह चुकी थी कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कोई भी दावेदारी कर सकता है। हालांकि इसके लिए उसे कम से कम 10 डेलीगेट्स का समर्थन चाहिए होगा।
शशि थरूर ने अपने एक लेख में कहा था कि अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान जितने ज्यादा उम्मीवार रहेंगे उतना अच्छा होगा. उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत बताया था. वहीं बाद में अपनी अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी को लेकर भी उन्होंने मीडिया से बात की थी. जोर देकर कहा था कि लोग कुछ भी सोचने को स्वतंत्र हैं. मैंने अपने लेख के जरिए सिर्फ इतना कहा था कि पार्टी में चुनाव सही रहेंगे. एक लोकतांत्रिक देश में लोकतांत्रिक पार्टी का होना जरूरी है. कांग्रेस अब अध्यक्ष पद का चुनाव करवा रही है, ये स्वागत योग्य कदम है. मुझे नहीं पता था कि मेरे लेख पर इतनी कयासबाजी शुरू हो जाएगी. मैंने कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है, अभी मैं इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहता.