नैनीताल:कुविवि के डीएसबी परिसर में पहली बार आयोजित हुआ दीक्षारम्भ कार्यक्रम,एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम में क्या कुछ रहेगा खास खबर के लिंक पढ़िए
नैनीताल के डीएसबी कॉलेज में आज पहली बार यूजीसी के निर्देशानुसार दीक्षारम्भ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स सहित भारी संख्या में स्नातक के छात्र छात्राएं मौजूद रहे। मुख्य वन सरंक्षक कुमाऊं डॉ तेजस्वनी अरविंद पाटिल ,एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी और रजिस्ट्रार दिनेश चंद्र डीएसडब्लू प्रोफेसर डीएस बिष्ट ने कुमाऊं विश्वविद्यालय डीएसबी परिसर के एएन सिंह सभागार में दीप प्रज्वलित कर दीक्षारंभ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम स्नातक के नए छात्रों के लिए एक सप्ताह तक चलेगा, पहले दिन कई विशेषज्ञो ने स्नातक के छात्रों को संस्था के नियम ज्ञान के संसाधनों, हमारी कला संस्कृति के साथ ही जीवन मे आगे बढ़ने के टिप्स दिए।
इस कार्यक्रम में नोडल ऑफिसर प्रोफ़ेसर इंदू पाठक एवं कुलानुशासक प्रोफेसर नीता बोरा सम्मिलित थी। दीक्षारंभ कार्यक्रम की प्रथम वक्ता डॉक्टर तेजस्वी पाटिल ने छात्रों को अवगत कराया की स्वयं पर अनुशासन करना कितना महत्वपूर्ण है।तदोपरांत संयुक्त मजिस्ट्रेट IAS प्रति जैन ने छात्रों को प्रेरणा देते हुए बताया कि सकारात्मक सोच द्वारा जीवन को कैसे कुशल एवं समृद्ध बनाया जा सकता है। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने कहा विश्वविद्यालय से ही भविष्य की शुरुआत होती है और जिंदगी में रोजाना कुछ न कुछ सीखना जरूरी है। तत्पश्चात कुमाऊ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉक्टर दिनेश चंद्र ने बताया कि कुमाऊं विश्वविद्यालय संयुक्त राष्ट्र में 27 वा स्थान प्राप्त करके उन्नति की ओर किस प्रकार अग्रसर हो रहा है। तदोपरांत डॉक्टर डी एस बिष्ट एवं प्रोफेसर इंदु पाठक द्वारा मुख्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। प्रोफेसर एच सी एस बिष्ट द्वारा छात्र-छात्राओं को एनसीसी एवं एनएसएस के विषय में अवगत कराया गया ।
वही रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ए बी मेलकानी द्वारा अपने छात्र काल का अनुभव एवं परिसर एवं महाविद्यालय के बीच का अंतर छात्रों के मध्य उपस्थित किया ।
डॉक्टर दीपिका गोस्वामी के द्वारा बताया गया कि विश्वविद्यालय के माध्यम से छात्र अपने विभिन्न कौशलों का विकास किस माध्यम से कर सकते हैं। डॉ अशोक कुमार द्वारा बताया गया कि पर्यटन के क्षेत्र में छात्र अपनी आजीविका एवं मनोरंजन को किस प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं। डॉक्टर पेनी जोशी द्वारा विज्ञान संकाय के विषय में,डॉक्टर अनिल कुमार बिष्ट द्वारा जीव विज्ञान संकाय के विषय में एवं डॉक्टर लज्जा भट्ट द्वारा कला संकाय के विषय में संपूर्ण जानकारी दी गई।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अभिषेक मेहरा द्वारा छात्रों को विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाली समस्याओं के निराकरण हेतु जानकारी प्रदान की गई।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ गीता तिवारी ,डॉ अनिल बिष्ट, डॉ अशोक कुमार ,डॉ लज्जा भट्ट, डॉ संतोष उपाध्याय ,डॉ पैनी जोशी, डॉक्टर दीपाक्षी जोशी ,डॉक्टर निधि वर्मा ,डॉ ऋचा गिनवाल एवं अभिषेक द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया।
शोध छात्र भावना ,कृष्णा, आभा, भास्कर, निर्मला, शीतल ,गरिमा, दीपा, वसुंधरा के द्वारा कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग दिया गया।