शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भरी सभा मे फाड़ डाले छत्तीसगढ़ शिक्षा बोर्ड की पुस्तक के चमत्कार पाठ के पन्ने!नाराजगी जताते हुए पूछे कई ज्वलंत सवाल,आखिर ऐसा क्या है इस पाठ में?

Shankaracharya Swami Avimukteshwaranand Saraswati tore the pages of the lesson Chamtkar from Chhattisgarh Education Board's book! Expressing displeasure, many burning questions were asked, what is th

ज्योतिष्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती छत्तीसगढ़ शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी कक्षा 5 की एक पुस्तक को लेकर खासे नाराज दिखाई दिए। उन्होंने गुस्से में आकर इस पुस्तक के पाठ चमत्कार के पन्ने को भरी सभा मे फाड़ डाला और इस पाठ को लेकर आपत्ति जताई।

दरअसल शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती इन दिनों छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे हुए है। इस दौरान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शिक्षा बोर्ड द्वारा जो पुस्तक बच्चों को पढ़ाई जा रही है वो बच्चों के मन मे साधुओं के प्रति ज़हर घोलने का काम कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि पुस्तक में जो लिखा गया है उससे साधुओं को लोग ठग ही समझेंगे जबकि पुस्तक में यह बताया जाना चाहिए था कि किसी भी कपड़े में ठगी हो सकती है। फकीर के वेश में भी बहुत ठग हैं, आतंकवादी घूम रहे हैं, उसके बारे में क्यों नहीं है, मुसलमान ही क्यों आतंकवादी निकलता है, क्योंकि मुसलमान का वेश तो रहता ही है ना उसका, वह क्यों नहीं बता रहे हो इसमें, उससे ज्यादा संभलने की जरूरत है। हर एयरपोर्ट में एक-एक इंच हमारी जांच की जा रही है। उसके बारे में आप बच्चों को सजेस्ट नहीं कर रहे हो, उसके मन में जहर बो रहे हैं।

 

शंकराचार्य ने कहा कि एक नियोजित तरीके से छोटे बच्चों के मन में साधुओं के प्रति विरोध भरा जा रहा है उन्होंने कहा कि ठग साधु स्वामी वेश में ही नहीं कई रूप में आते हैं, क्यों उसका उल्लेख नहीं किया गया, ये गलत है।उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांग है कि सबसे पहले इस पाठ को इस पाठ्य पुस्तक से अलग किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस ज़हर घोलने वाली पुस्तक में जाकिर अली  लेखक हैं और जो इस पाठ को इस पाठ्य पुस्तक में शामिल कराने वाले हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।