टीचर ने की संवेदनहीनता की हद पार!2 का पहाड़ा सुनाने में नन्हा सा छात्र हड़बड़ा गया तो टीचर ने ड्रिल मशीन से ज़ख्मी कर दिया छात्र का हाथ!पैरेंट्स का फूटा गुस्सा

The teacher crossed the limits of insensitivity! When the little student got agitated while reciting the Table of 2, the teacher injured the student's hand with a drill machine! Parents got angry

उत्तरप्रदेश के कानपुर में प्राइमरी स्कूल के एक शिक्षक ने संवेदनहीनता की सभी हदें पार करते हुए मासूम छात्र को निर्मम सजा दे डाली। कानपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय मॉडल प्रेम नगर में एक अनुदेशक ने दो का पहाड़ा नहीं सुनाने पर छात्र के हाथ पर ड्रिल मशीन चलाने की कोशिश की। बच्चे की चीख पुकार सुनकर दूसरे छात्रों ने जल्दी से ड्रिल मशीन का स्विच बंद कर दिया वरना बच्चे का हाथ बुरी तरह जख्मी हो जाता।
छात्र भले ही मामूली रूप से जख्मी हुआ, लेकिन वहां के बच्चों में दहशत का माहौल है,साथ ही टीचर को लवकर अभिभावकों में भी गुस्सा व्याप्त हो गया है।
मामले की जानकारी मिलते ही बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। वहीं, स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा ने बताया कि मैडम उससे रोज झाड़ू पोछा भी लगवाती हैं।

सीसामऊ निवासी दंपती शिव कुमार व बेबी का 11 साल का बच्चा विवान उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रेम नगर में 5वीं का छात्र है। विवान ने बताया कि गुरुवार को अनुदेशक अनुज ने दो का पहाड़ा सुनाने को कहा। पहाड़ा नहीं सुना पाया तो हाथ में ड्रिल मशीन चलाने की कोशिश की। ड्रिल मशीन से बच्चे का हाथ जख्मी भी हो गया।

बीएसए सुरजीत कुमार सिंह जख्मी बच्चे का हाथ देखते हुए।


 जानकारी मिलते ही बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह और खंड शिक्षा अधिकारी मौके पर जांच करने पहुंचे। जांच में बच्चों से पूछताछ के दौरान पूरा घटनाक्रम बताया। एक छात्रा ने कहा कि स्कूल में उससे झाड़ू पोछा तक कराया जाता है। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट बनाकर भेजने को कहा है। बीएसए ने कहा कि रिपोर्ट मिलते ही प्रभारी प्रधानाध्यापिका को सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी।

स्कूल में तैनात प्रभारी इंचार्ज सुभाष चंद्र ने स्थानीय मीडिया को बताया कि गुरुवार को वह बीएलओ की ड्यूटी के चलते स्कूल में नहीं थे। प्रभारी इंचार्ज के रूप में सहायक अध्यापक अलका त्रिपाठी थीं। उन्होंने मामले की जानकारी किसी को नहीं दी। शुक्रवार को परिजनों ने हंगामा किया तब जाकर मामले की जानकारी हुई और खंड शिक्षा अधिकारी, बीएसए समेत अन्य अफसर जांच करने स्कूल पहुंचे।


आखिर क्लास में ड्रिल मशीन कैसे पहुंची। इस पर स्कूल के इंचार्ज सुभाष चंद्र ने बताया कि स्कूल में मेंटिनेंस का काम चल रहा है। कारपेंटर की ड्रिल मशीन रखी हुई थी। इसी ड्रिल मशीन से अनुदेशक ने बच्चे को डराने का प्रयास किया, लेकिन वह बच्चे के हाथ पर चल गई। जिससे वह मामूली रूप से जख्मी हो गया है। ड्रिल मशीन कोई घर से लेकर नहीं आया और स्कूल की नहीं है।